'चाह गई, चिंता गई, मनवा बेपरवाह,
जिसको कुछ नहीं चाहिए, वही शहंशाह'
उपरोक्त कथन का भाव है कि जो चिंता मुक्त रहता है, वही शहंशाह की जिंदगी जीता है. ऐसे में उसका तन भी स्वस्थ रहता है और मन भी. दरअसल, तनाव ग्रस्त रहना कई मायनों में हानिकारक है. इसका प्रभाव हमारे स्वास्थ्य पर पड़ता है और कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. नियमित योग करने से तनाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है. तनाव को कम करने में कौन सी योग क्रियाएं सहायक हैं, आइए जानते हैं...
आनंद गति का करें अभ्यास
चिंता से दूर रहने के लिए नियमित रूप से आनंद गति का अभ्यास करना चाहिए. इस क्रिया के दौरान योग मुद्रा चौकड़ी लगाकर में समतल जमीन पर बैठेंगे और अपनी आंखों को बंद करते हुए अपनी दोनों भुजाओं को कंधों से हल्का सा ऊपर हवा में उठाते हुए, हाथों की उंगलियों को चारों दिशाओं में खोलते हुए अपनी कमर से जैसे पैंड्यूलम का मूवमेंट होता है, ठीक उस प्रकार से राइट और लेफ्ट होंगे. यानि धीमी गति के साथ इस मुद्रा में बैठे हुए ही पहले दाएं झुकना है और फिर बाएं.
आनंद गति का अभ्यास 10 से 20 बार करने पर माइंड होगा रिलेक्स
इस मूवमेंट को आप कम से कम 10 से 20 बार आराम से कर सकते हैं. इससे आपका माइंड पूरी तरह से रिलेक्स हो जाएगा. इस मुद्रा में आपको ऐसा प्रतीत होगा कि चिंता आपसे दूर जा रही है. इसे 20 बार करने के बाद वापस आ जाएं और शरीर को ढीला छोड़ दें. इस क्रिया को इतना अधिक मत करना कि आपको चक्कर आने लगे. यह भी पढ़ें: शरीर में रक्त संचार बढ़ाने के लिए करें यह अभ्यास, ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने में भी होगा कारगर
जो लोग स्थिर नहीं बैठ सकते, वो भी ले सकते हैं इसका आनंद
पद्मश्री विजेता भारत भूषण ने इन गतियों का निर्माण इस ही लिए किया ताकि जन-जन इससे लाभान्वित हो सके. जो लोग स्थिर सुखम आसन में, स्थिर नहीं बैठ सकते वो भी इन गतियों के लाभ से लाभान्वित हो सकते हैं.
घूर्णिका मुद्रा का भी करें अभ्यास
दूसरा अभ्यास घूर्णिका मुद्रा का करना चाहिए. यह मुद्रा भी बहुत लाभकारी है. साथ ही साथ करने में यह बेहद सुगम भी है. जिन्हें सीरियल नंबर पेन या सिरियल लोअर बैक पेन है वे लोग इसे नहीं करेंगे बाकी सभी लोग इसका अभ्यास कर सकते हैं.
इस प्रकार करें घूर्णिका मुद्रा का अभ्यास
इसमें भी चौकड़ी लगाकर समतल जमीन पर बैठना है. हाथों को अपने घुटनों पर टिकाएंगे और उसके बाद 30 से 40 डिग्री के कोण के आधार पर आगे की और झुकेंगे और फिर सर्कुलर मूवमेंट लेंगे यानि गोलाकार में घूमेंगे. इसे करीब 10 बार क्लॉक वाइज और एंटी क्लॉक वाइज करेंगे. यह करने के बाद फिर सीधे बैठेंगे और शरीर को ढीला छोड़ देंगे.