Sleeping Tips: क्या है सोने का सही तरीका? जानें इसके फायदे और नुकसान!
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo: Pixabay)

पर्याप्त नींद हर किसी की अच्छी सेहत के लिए जरूरी होता है, साथ ही व्यक्तित्व में भी निखार आता है. लेकिन यह काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस मुद्रा में सोते हैं. कुछ लोग पीठ के बल तो कुछ पेट के बल सोते हैं. कुछ माथे पर हाथ रखकर सोते हैं, तो कुछ लोग छाती के ऊपर हाथ रखकर सोते हैं, इससे कमर को तो ज्यादा नुकसान नहीं होता, लेकिन सोने के दरम्यान उन्हें डर लगता है. डरावने सपने आते हैं, कुछ लोग पैर पर पैर रखकर, कुछ घुटने से पैरों को मोड़कर सोते हैं. कुछ लोग बाएं या दायें करवट सोना पसंद करते हैं. यानी हर व्यक्ति के सोने का अपना तरीका होता है. बहुत कम लोगों को सोने के सही तरीके का पता होता है. यहां हम आपको बतायेंगे कि सोने का सही तरीका क्या होना चाहिए और गलत तरीके से सोने से क्या नुकसान हो सकते हैं. Covid Second Wave: कोविड की दूसरी लहर में वायरल फीवर के साथ दिखाई देते है ये लक्षण, पढ़ें पूरी डिटेल्स. 

सोने के सर्वोत्तम तरीके

शवासन मुद्राः सोने का सर्वोत्तम तरीका शवासन यानी पीठ के बल सोना होता है. यह ऐसी आरामदेह पोजीशन है, जिसमें शरीर को राहत तो मिलती है, शरीर के विकार भी दूर होते हैं. यह एक ऐसी आरामदायक पोजीशन है, जिसमें शरीर को राहत तो मिलती है, साथ में शरीर के विकारों को भी दूर करने में उपयोगी है.

बाईं करवट सोनाः घुटने पर घुटना और एड़ी पर एड़ी रखकर एक करवट में, एक बांह को तकिया बनाकर एवं दूसरे बांह को कमर पर रखकर सोयें. अगर सर के नीचे तकिया लगाते हैं तो नीचे वाले बांह को सामने की ओर मोड़ कर रखें. इस मुद्रा में बायीं तरफ सोने से भोजन में पाचक एंजाइम सही तरीके से मिलते हैं, क्योंकि हमारे शरीर में अमाशय बायीं तरफ होता है, जिसमें पाचन के लिए आवश्यक पाचक एंजाइम्स (गैस्ट्रिक जूस ) पाया जाता है, जो भोजन से मिलकर पाचन क्रिया को आसान बनाता है इसलिए पाचन बायीं तरफ करवट लेकर सोने पर सही तरीके से होता है.

हमारे शरीर में हृदय भी बायीं तरफ होता है, इसलिए बाईं तरफ सोने से शरीर को अधिक राहत मिलती है, और शरीर की यांत्रिक क्रियाएं भी सुचारू रूप से कार्य करती हैं. इससे हृदय में रक्त प्रवाह आसान होता है, और हृदय रोग की संभावना कम रहती है.

दाईं करवट सोनाः उपयुक्त मुद्रा में दायीं करवट सोने से भी शरीर को राहत मिलती है, शरीर की यांत्रिक क्रियाएं सुचारु होती हैं. एक शोध में पाया गया है कि दाएं करवट चेहरे के नीचे तकिया लगाकर सोने से व्यक्ति ज्यादा समय तक युवा दिखता है, उसके चेहरे पर मुंहासे नहीं होते. दाईं करवट सोने से लिम्फ नोड अधिक सक्रिय होते हैं, जिससे शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं और रक्त संचार भी सुचारु होता है.

सोने की गलत मुद्रा

सबसे गलत पोजीशन पेट के बल सोना होता है, हैरानी की बात यह है कि अधिकांश लोगों को ऐसी आदत बचपन से रहती है. ऐसे लोगों को जब कमर में दःर्द शुरु होता है तो पूरी जिंदगी इस दर्द से परेशान रहते हैं. ये सोने का सबसे खतरनाक तरीका होता है.

उठते समय इस मुद्रा को अपनाएं

बहुत से लोग पीठ के बल सोते हैं और अचानक झटका देकर ऊठते हैं. इससे अकसर पीठ में चमकी आ जाती है, जो कभी-कभी भयानक रूप से पीठ के दःर्द का कारण बन सकता है. लेटने के बाद उठने के लिए आप किसी एक करवट मुड़ें, ऊपर वाले हाथ से जमीन का सहारा लेते हुए धीरे-धीरे उठें और फिर बैठें. ध्यान रखें कि छोटी-छोटी गल्तियों से हम अकसर बड़ी हानियां कर बैठते हैं. ऐसा नहीं करें.