हिंदू कैलेंडर के अनुसार ज्येष्ठ का महीना (Jyestha Month) चल रहा है. अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, यह महीना मई-जून में पड़ता है. ज्येष्ठ हिंदी वर्ष का तीसरी महीना होता है, जिसे धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. दरअसल, इसी महीने में साल की सबसे बड़ी निर्जला एकादशी (Nirjala Ekadashi) पड़ती है और गंगा दशहरा (Ganga Dussehra) का त्योहार भी मनाया जाता है. इस महीने गर्मी अपने चरम पर होती है, क्योंकि इस समय सूर्य (Sun) सबसे ज्यादा शक्तिशाली हो जाते हैं. भीषण गर्मी पड़ने की वजह से लोगों को ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह दी जाती है. धर्म, पर्यावरण, सौभाग्य और सेहत के नजरिए से ज्येष्ठ महीने को काफी महत्वपूर्ण माना जाता है.
हालांकि ज्येष्ठ महीने में कई ऐसा काम भी बताए गए हैं जिन्हें करने से बचना चाहिए. कहा जाता है कि जो इंसान इस महीने में इन वर्जित कामों को करने से बचता है वो सेहतमंद (Healthy) और धनवान (Rich) होता है. इसके साथ ही किस्मत (Fortune) भी उसका साथ देती है.
ज्येष्ठ महीने में न करें ये 6 काम
1- बैंगन खाना
ज्येष्ठ के महीने में बैंगन का सेवन करने से बचना चाहिए. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कहा जाता है कि जिन लोगों की बड़ी संतान जीवित होती है उन्हें इस महीने बैंगन खाने से परहेज करना चाहिए. वरना इससे सेहत और सौभाग्य बाधित हो सकता है. यह भी पढ़ें: घर के मुख्य दरवाजे के पास भूलकर भी न रखें ये चीजें, इससे आर्थिक नुकसान और दुर्भाग्य का करना पड़ता है सामना
2- दिन में सोना
प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, ज्येष्ठ महीने में दिन के समय सोना अच्छा नहीं माना जाता है. कहा जाता है कि इस महीने में दिन के समय सोने वालों को कई तरह की बीमारियां घेर सकती हैं, लेकिन जो इस महीने दिन में सोने से परहेज करता है वो स्वस्थ रहता है.
3- धूप में चलना
ज्येष्ठ के महीने में सूर्य ज्यादा शक्तिशाली हो जाते हैं और भीषण गर्मी अपना प्रकोप दिखाती है. ऐसे में कहा जाता है कि इस महीने दोपहर के समय धूप में बाहर निकलने से बचना चाहिए, नहीं तो इससे सेहत खराब हो सकती है.
4- बार-बार खाना
अच्छी सेहत और किस्मत के लिए ज्येष्ठ महीने में बार-बार खाने से बचना चाहिए. कहा जाता है कि इस महीने एक समय भोजन करना चाहिए. जो व्यक्ति इस पूरे महीने दिन में एक बार खाना खाता है वो धनवान होता है और उसकी सेहत भी अच्छी रहती है.
5- दान न करना
धार्मिक नजरिए से ज्येष्ठ महीने को बेहद शुभ माना जाता है, क्योंकि इसी महीने में शनि जयंती का पर्व भी मनाया जाता है. इस महीने दान-पुण्य का भी महत्व बताया जाता है. कहा जाता है कि इस महीने तिल का दान करने से अकाल मृत्यु का खतरा टलता है.
6- संतान का विवाह
ज्येष्ठ महीने में धार्मिक कार्यों को करना शुभ माना जाता है, लेकिन इस दौरान घर की सबसे बड़ी संतान का विवाह नहीं करना चाहिए. कहा जाता है कि इस महीने घर के बड़े लड़के या लड़की का विवाह करने से उनके वैवाहिक जीवन में अड़चनें आती हैं. यह भी पढ़ें: अगर आपके घर में मौजूद हैं ये 5 चीजें, तो जीवन में कभी नहीं आएगी आर्थिक परेशानी
दरअसल, ज्येष्ठ महीने में बड़का मंगलवार भी मनाया जाता है. कहा जाता है कि इसी महीने में मर्यादापुरुषोत्तम भगवान राम की भेंट पहली बार हनुमान जी से हुई थी, इसलिए इस महीने श्रीराम के साथ बजरंगबली की भी पूजा की जाती है. बहरहाल, प्रचलित मान्यताओं के अनुसार, इन कामों को ज्येष्ठ महीने में करना वर्जित माना गया है, इसलिए इनसे बचना चाहिए.
नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को प्रचलित मान्यताओं के आधार पर सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है और यह लेखक की निजी राय है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसके बारे में हर व्यक्ति की सोच और राय अलग-अलग हो सकती है.