अपनी आदतों से बनाइए शनि को मित्र, शनि देव होंगे खुश, करें ये उपाय
शनि देव (Photo Credits: Facebook)

कुछ अनभिज्ञ लोगों ने शनि की नकारात्मक छवि प्रस्तुत कर श्रद्धालुओं के मन में एक अनजाना सा खौफ बना दिया है कि शनि की कुदृष्टि से बचो वरना बर्बाद हो जाओगे. वास्तव में ऐसा कुछ नहीं है. गुड़गांव के अति प्राचीन शनि मंदिर के पुजारी जी की मानें तो शनि शत्रु नहीं बल्कि मित्र है. शनि न्याय के देवता हैं. शनि को दण्डनायक भी कहा जाता है. वह व्यक्ति विशेष को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं. आपके कर्म अच्छे हैं तो आप पर शनि की विशेष कृपा होगी. लेकिन अनुचित कर्म करने वालों को शनि बख्शते नहीं हैं. ज्यादातर लोग शनि के प्रकोप से बचने के लिए भयवश उनका अनुष्ठान आदि करते हैंकि उनके जीवन में कुछ गलत नहीं हो. जबकि सच्चाई यह है कि अगर आपने किसी के साथ कोई अनुचित व्यवहार नहीं किया है, किसी निर्दोष को सताया नहीं है तो शनि आपका अनिष्ठ नहीं करेंगे. शनि को सिर्फ देवता ही नहीं बल्कि ग्रह के रूप में भी पूजा जाता है.

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शनि प्रकाशहीन जरूर हैंलेकिन नकारात्मक नहीं

 यह सच है कि सूर्य-पुत्र शनि की वक्र दृष्टि किसी को भी रातों-रात राजा से भिखारी बना सकती हैलेकिन उनकी अच्छी दृष्टि किसी पर पड़ जाए तो उसके सारे काम बनते चले जाते हैं. उसके घर पर कभी दरिद्रता नहीं आती. शनि ग्रह सूर्य से काफी दूरी पर हैयही वजह है कि शनि प्रकाशहीन हैं. इस वजह से भी लोग उन्हें निर्दयीक्रोधी और उत्साहरहित मानते हैं. पुराणों और शास्त्रों के अनुसार शनि की नाराजगी का अर्थ है कि आप भारी विपत्ति के लिए तैयार रहिएलेकिन आप कैसे जानेंगे कि शनि आपसे नाराज हैं अथवा खुशआप अगर कुछ विशेष बातों के प्रति चैतन्य रहते हैं तो शनि की कृपा आप पर हमेशा बनी रहेगी.

इन बातों से शनि होते हैं प्रसन्न

गरीब अथवा कमजोर लोगों को आवश्यक मदद करनातीज-त्योहारों पर उनकी जरूरतों के अनुसार उन्हें मदद कर आप शनि को आकृष्ट कर सकते हैं. क्योंकि इससे शनि भगवान खुश होते हैं. पौष माह निर्धन को तिलकाले चनेउड़द दाल अथवा कपड़े दान करके भी आप शनि को खुश कर सकते हैं. ऐसे में शनि आपका अप्रत्यक्ष रूप से कल्याण करते हैं.

ज्येष्ठ अथवा आषाण मास की चटखती धूप से बचने के लिए गरीबों को काला छाता दान करने से भी शनि भगवान प्रसन्न होते हैं. उन पर शनि की छत्र छाया बनी रहती है. लेकिन एक बार इस सिलसिले को शुरू करें तो उसे जारी रखेंक्योंकि अगर आप सामर्थ्यवान हैं, तो इस प्रवृत्ति को बंद करने से शनि देव की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है.

शनि आपकी इस प्रवृत्ति से भी बहुत खुश होते हैंजब आप नेत्रहीनों को राह दिखाते हैंउनकी मदद करते हैं. आपकी इस प्रवृत्ति से शनि खुश होते हैं और आपकी सफलता एवं उन्नति का मार्ग प्रशस्त करते हैं.

शनिवार के दिन व्रत रखकर अपने हिस्से का भोजन किसी गरीब को खिलाएंतो शनि भगवान की कृपा से आपके भंडार में धन-संपदा की कभी कमी नहीं रहती.

कुत्तों की सेवा करने वालों पर शनि देव की विशेष नजर होती है. कुत्तों को खाना खिलाने वालों और उन्हें कभी भी परेशान नहीं करने वालों की शनि देव सारे संकट दूर करते हैं.

अगर आप मांस-मछली अथवा शराब के सेवन से दूर रहते हुए मछलियों को खाना खिलाते हैंतो शनि भगवान बहुत प्रसन्न रहते हैं. अपनी इस आदत को बरकरार रखेंआप पर कभी भी मुसीबत नहीं आएगी.

जो लोग साफ-सफाई करते हैं अथवा सफाई करने वालों का सम्मान करते हैंजरूरत पड़ने पर उनकी मदद भी करते हैंतो शनि देव आपकी मदद करते हैं और आपकी आर्थिक मदद भी करते हैं. आपकी यह आदत आपको शनि की कृपा का पात्र बनाती है.

अपने वृद्ध माता-पिता की हमेशा सेवा करें तथा कमजोर स्त्रियों को मां के समान समझते हुए उनका सम्मान करने वालों का सम्मान और सहायता स्वयं शनि देव जी करते हैं.

पीपल अथवा बरगद के पेड़ों के पूजन से शनि भगवान हमेशा खुश रहते हैं. मान्यता है कि जो लोग पीपल और बरगद की नियमित पूजा करते हैंउन पर शनि की विशेष कृपा बनी रहती है.

भगवान शिव की नियमित पूजा भी शनि देव को प्रसन्न कर सकती है. प्रतिदिन शिवलिंग पर जल चढ़ाने वालों का शनि हमेशा ध्यान रखते हैं.

* कुछ लोगों की आदत नाखुन काटते रहने और उन्हें निरंतर साफ रखने की होती है. शनि ऐसे लोगों से सदा खुश रहते हैं. लेकिन इसके विपरीत अगर आप नाखून काटने में आलस्य करते हैं या उसे गंदा रखते हैं तो यह बात शनि को नाराज कर सकती है

* अपने पितरों का नियमित श्राद्ध करने वाले पर भी शनि देव प्रसन्न होते हैं.