International Women Day 2023: ट्रेनों की मरम्मत से लेकर सुरक्षा तक, जिम्मेदारी निभा रही आधी आबादी
International Women Day 2023

दुनिया भर में आज विश्व महिला दिवस मनाया जा रहा है, आसमान से लेकर धरती तक महिलाओं ने हर कोने में अपनी उपस्थिति दर्ज करा ली है. ऐसा कोई काम नहीं है, जिसमें आज की आधी आबादी का योगदान न हो. गाड़ियों को टायर पंचर बनाने से लेकरआज महिलाएं ट्रेन और हवाई जहाज तक के निर्माण और रखरखाव में योगदान दे रही हैं.

कंधे से कंधा मिला कर चल रही महिलाएं

कुछ ऐसा ही कर रही हैं पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर कोचिंग डिपो में कार्यरत महिलाएं. एक जमाने में जिस काम को महिलाओं के लिए कठिन माना जाता था, उस काम को भी करके महिलाएं बखूबी अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं और पुरषों के साथ कंधे से कंधा मिला कर चल रही हैं. ये सिर्फ कहने के लिए ही नहीं हैं बल्कि तस्वीरें खुद सब कुछ बयां कर रही हैं. यह भी पढ़ें : Jan Aushadhi Diwas: 7 मार्च को देशभर में मनाया जाएगा ‘जन औषधि दिवस’, जानें इस बार क्या होगा खास ?

रखरखाव व कॉर्ड को मेंटेन कर रही महिलाएं

पश्चिम मध्य रेलवे जबलपुर कोचिंग डिपो में कोचो के रखरखाव में महिलाएं कई महत्वपूर्ण कार्य कर रही हैं. इनमें रखरखाव, परीक्षण, मरम्मत, टेस्टिंग जैसे महत्वपूर्ण कार्य जिम्मेदारी से से निभा रही हैं. डिब्बों के नीचे गेयर परीक्षण, मरम्मत, रेक एयर ब्रेक टेस्टिंग का कार्य पूर्ण जवाबदारी के साथ किया है. इसके अलावे महिलाओं ने गाड़ियों में पानी भरना, कोचो में कारपेंटरी, पेंटिंग का कार्य के साथ अन्य रेकॉर्ड को मेंटेन करने में महिला कर्मचारियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

तकनीकी कार्य में भी आगे

महत्वपूर्ण तकनीकी कार्य जैसे ब्रेक पावर सर्टिफिकेट जनरेट करना, रोलिंग इन, रोलिंग आउट में लगे सीसीटीवी कैमरे द्वारा सुरक्षा से संबंधित परीक्षण कार्य भी महिला कर्मचारियों द्वारा पैसेंजर यार्ड में किया जा रहा है. इसी पैसेंजर यार्ड में महिलाओं की टीम द्वारा ऑनबोर्ड हाउसकीपिंग सर्विस में यात्रियों की शिकायत का निवारण, गाड़ियों में सप्लाई होने वाले केमिकल का रिकॉर्ड रखना और इससे संबंधित प्रबंधन का कार्य कर रही हैं.

इसी के सम्मान में आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर पश्चिम मध्य रेल ने अपनी महिला रेल कर्मियों के योगदान को सम्मान देते हुए उन्हें सलामी दी है.

चुनौतीपूर्ण कार्य कर रही महिलाएं

पश्चिम मध्य रेल ने बताया कि कोचिंग डिपो जबलपुर में 50 से अधिक महिलाएं यह चुनौतीपूर्ण कार्य कर रही हैं. महिला सशक्तिकरण के संदर्भ में अगर देखें तो यह एक मिसाल कायम करती हैं कि आज के युग की महिला हर क्षेत्र में अपना योगदान सुनिश्चित कर रही है और यह कोई छोटी बात नहीं है. भारत जैसे देश में यही बड़े बदलाव को इंगित करता है |