Republic Day 2025 Speech In Hindi: गणतंत्र दिवस के अवसर पर दें ये ओजस्वी भाषण! नहीं थमेगी लोगों की तालियां !
Republic Day (img: file photo)

Republic Day 2025 Speech In Hindi: प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाया जाता है, जिस दिन भारतीय संविधान लागू हुआ, जिसने आजाद भारत को एक गणतंत्र में बदला था. यह स्वतंत्रता के संघर्ष का सम्मान करने का दिन है, और हमारे राष्ट्र को परिभाषित करने वाले लोकतांत्रिक मूल्यों का जश्न मनाता है. यह दिन छात्रों के लिए, राष्ट्र प्रेम से ओतप्रोत करने वाले भाषण देने का अविश्वसनीय अवसर है. यह हमें नागरिकों के रूप में हमारी जिम्मेदारियों के बारे में प्रेरित करता है. आइये देखें गणतंत्र दिवस (26 जनवरी 2025) के अवसर पर एक ऐसे ही प्रभावशाली भाषण का अंश..

“माननीय मुख्य अतिथि, सम्मानित अधिकारीगण, और मेरे प्यारे देशवासियों...

आज हम हमारे राष्ट्र को गौरवान्वित करने वाले इस विशेष पर्व, गणतंत्र दिवस के अवसर पर एकत्र हुए हैं, जो हमारे गणराज्य के निर्माण और हमारे संविधान के  लागू होने का दिन है, यही वह पवित्र दिन है, हमारे महान नेताओं ने हमें एक सशक्त और लोकतांत्रिक राष्ट्र बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया था. इस दिन हम न केवल अपनी आज़ादी का जश्न मनाते हैं, बल्कि हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों की भी पुनः घोषणा करते हैं.

हमें यह बताते हुए अपार हर्ष हो रहा है कि हमारा संविधान, दुनिया में सबसे बड़ा और सबसे विस्तृत संविधान है, हमें यह याद दिलाता है कि हमारा गणराज्य एकता, समानता, और भाईचारे के सिद्धांतों पर आधारित है. आज का दिन हमें यह भी बताता है कि हमें अपनी विविधताओं में एकता को बनाए रखना ही हमारी मुख्य शक्ति है. हम अपनी विभिन्नताओं के बावजूद एक राष्ट्र के रूप में एकजुट हैं.

मेरे प्रिय साथियों पिछले कुछ वर्षों में भारत ने अनेक क्षेत्रों में असाधारण प्रगति की है. वह चाहे विज्ञान और प्रौद्योगिकी हो अथवा शिक्षा और स्वास्थ्य का क्षेत्र हो, हम निरंतर आत्मनिर्भरता और समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. हमारी युवा शक्ति, जो देश का भविष्य हैं, दुनिया में अपनी पहचान बनाने की दिशा में निरंतर अग्रसर हैं. डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया, और आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों ने हमें यह दिखाया है कि हम अपनी समस्याओं का समाधान करने में पूर्णतः सक्षम हैं.

अनेक उपलब्धियां हासिल करने के बावजूद हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि एक सशक्त गणराज्य बनाए रखने के लिए हमें लगातार अपनी चुनौतियों से निपटना होगा. भ्रष्टाचार, बेरोज़गारी, और शिक्षा की गुणवत्ता जैसी समस्याएं आज भी बनी हुई हैं. इसके लिए नित बढ़ती जनसंख्या काफी हद तक जिम्मेदार हैं. इस पर नियंत्रण रखने के बाद ही हम विकसित देशों के साथ कदम-दर-कदम आगे बढ़ सकते हैं. हमें कड़ी मेहनत, सच्ची राष्ट्रभावना और समर्पण के साथ काम करने की आवश्यकता है, ताकि हम एक सशक्त और समृद्ध राष्ट्र बना सकें.

मित्रों, गणतंत्र दिवस का यह पुनीत पर्व हमें यह भी याद दिलाता है कि हमें समाज के हर वर्ग, खासकर गरीब और वंचित समुदायों के अधिकारों की रक्षा करनी है. महिला सशक्तिकरण, सामाजिक समानता, और हर नागरिक के लिए समान अवसर प्रदान करना हमारे संविधान के आदर्शों को सही मायने में लागू करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।

दोस्तों, अपने भाषण के अंत में मैं कहना चाहूंगा कि आज हम अपने देश के प्रत्येक नागरिक के योगदान को सलाम करते हैं, जो अपनी जिम्मेदारियों, कर्तव्यों एवं संघर्षों से देश को आगे बढ़ा रहे हैं. आइये आज हम संकल्प लें कि हम अपने संविधान और लोकतंत्र के मूल्यों की रक्षा एवं हर चुनौतियों का सामना करते हुए भारत को एक शक्तिशाली, समृद्ध, सम्मानित एवं विकसित राष्ट्र बनाएंगे.

जय हिन्द!