सेहत 2021: कीटो डायट, स्लिम-ट्रिम का यह नुस्खा कितना लाभकारी या कितना हानिकारक हो सकता है? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
सांकेतिक तस्वीर

आज हर कोई स्लिम-ट्रिम बनना चाहता है. इसके लिए लोग कुछ भी करने के लिए तैयार रहते हैं. अगर कहा जाये कि आज के युवाओं (Youth) में यह फैशन का एक हिस्सा बन गया है तो गलत नहीं होगा. लोग बिना किसी डायटीशियन (Dietician) से सलाह-मशविरा किए आंख बंदकर किसी भी डायट प्लान्स (Diet Plans) को फालो करने लगते हैं. ऐसा ही एक डायट प्लान इन दिनों काफी लोकप्रिय हो रहा है, जिसे ‘कीटो डायट’ (Keto Diet) कहते हैं. बताया जाता है कि बहुत-सी फिल्मी हस्तियां भी कीटो डायट के अनुसार डायट अपना प्लान करती हैं. आइये जानें क्या है कीटो डायट और इससे हमारे शरीर को क्या लाभ या नुकसान हो सकते हैं. यह भी पढ़ें- Foods to Boost Your Immunity: इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए इन 5 जिंक युक्त खाद्य पदार्थों का करें सेवन.

क्या है कीटो डाइट?

कीटो डायट (किटोजेनिक डाइट) हाई फैट, प्रचुर प्रोटीन और कम कार्बोहाइड्रेट युक्त डायट होती है. इसे ‘लो कार्ब और हाई फैट डाइट’ नाम से भी जाना जाता है, जो इच्छानुसार वजन कम करने के लिए होती है. इस डायट वाले खाद्य-पदार्थ में करीब 75 प्र.श. फैट, 20 प्र.श. प्रोटीन और केवल 5 प्र.श. कार्बोहाइड्रेट होता है. जिसके कारण ये हमारे शरीर मे ‘कीटोसिस’ की स्थिति पैदा करती है, जो हमारे शरीर के लीवर के फैट को ऊर्जा में बदल देता है, परिणामस्वरूप तेजी से वजन कम होने लगता है. इस डायट का मुख्य कार्य शरीर से कार्बोहाइड्रेट को खत्म कर उसकी जगह पर फैट का निर्माण करना होता है.

क्या हर कोई कीटो डायट फालो कर सकता है?

गुरुग्राम की डायटीशिन एवं न्यूट्रिस्निस्ट डॉ अंजली खन्ना के अनुसार, कीटो डाइट का सेवन 6 माह से ज्यादा नहीं करना चाहिए. जब कोई व्यक्ति कीटो डायट लेता है तो उसका असर 1 सप्ताह में दिखने लगता है. यह डाइट तेजी से अपना कार्य शुरु करती है. क्योंकि शरीर कार्बोहाइड्रेट के अधिक ऊर्जा के प्रोडक्शन के लिए बॉडी में चर्बी को यूज करना शुरू कर देता है. लेकिन ज्यादा समय तक चर्बी के प्रयोग किये जाने से कोलेस्ट्रॉल का खतरा भी रहता है. उच्च प्रोटीन के कारण किडनी पर एक्स्ट्रा प्रेशर पड़ता है, जो सही नहीं है. केटो डायट लेने वालों पर ब्लड प्रेशर का भी जोखिम होता है, जिससे एक उम्र के बाद ह्दयरोग का खतरा भी बढ़ जाता है.

कीटो डायट से लाभ!

यदि आप कुछ दिनों तक कीटो डायट लेते हैं, तो इससे आपको लाभ मिलता है. यह प्रक्रिया हमारे शरीर के फैट को ऊर्जा में बदल देता है, जिससे बहुत तेजी से हमारा वजन कम होने लगता है. इससे हमारे शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है, तथा हमारे चेहरे पर होने वाले पिम्पल्स को बढ़ने से रोकती है. यह हमारे शरीर मे किटोन्स का निर्माण करती है, जिससे शरीर मे ऊर्जा के स्तर में वृद्धि होती है. यह प्रक्रिया मिर्गी जैसी बीमारियों से भी राहत दिलाता है, और सबसे अहम यह कि कीटो डायट से हमारे शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, और गुड कोलेस्ट्रॉल को बढाता है. इस प्रक्रिया से शीघ्रता से वजन कम किया जा सकता है.

कीटो डायटः आसान नहीं है सफर!

कीटो डाइट लेने के प्रारंभिक दिनों में तमाम तरह की समस्याओं का आपको सामना करना पड़ सकता है. उदाहरण के लिए अत्यधिक थकान महसूस होना, नींद आना, सिर में भयंकर दर्द होना, मसल्स पेन, बेचैनी महसूस होना इत्यादि. अगर आप इस तरह की समस्याओं को झेलते हुए कीटो डायट फालो करते ही हैं तो आपको ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए, मसल्स पेन ज्यादा हो तो मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स लेना चाहिए. कमजोरी की समस्या धीरे-धीरे सामान्य होती जायेगी. कुछ लोगों में शुरुआती दिनों में बालों के झड़ने की भी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.

कैसे करें शुरुआत?

डॉ. अंजली बताती कीटो डाइट को शुरू करने से पहले किसी अच्छे डायटीशियन से अपनी शारीरिक क्षमता बारे में पूरी जानकारी प्राप्त कर लें कि क्या आप इतनी मुश्किल प्लानिंग को नियमित कर सकेंगे? फिर आपको कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन और फैट्स कब-कब और कितनी-कितनी मात्रा में लेनी चाहिए. किस-किस वक्त खाना खाना है, क्या नहीं खाना है, शाम 8 बजे से अगले दिन 8 बजे तक कुछ नहीं लेते हैं, तो क्या इसके लिए आपका बॉडी तैयार है. कीटो डाइट को फॉलो करते हुए ज्यादा से ज्यादा पानी पीयें और मल्टीविटामिन सप्लीमेंट्स भी लें, इनसे आपको बहुत सारी समस्याओं से राहत मिलती है, लेकिन ये सब आप किसी अच्छे डायटीशियन से बात करके ही लें.