अमेरिका में हुई एक नई जांच में कई मशहूर प्रोटीन पाउडर्स में खतरनाक धातु 'लेड' (सीसा) की बहुत ज़्यादा मात्रा पाई गई है. 'कंज्यूमर रिपोर्ट्स' की इस स्टडी में पता चला है कि खासकर पौधों से बने (plant-based) प्रोटीन सप्लीमेंट्स में यह समस्या ज़्यादा गंभीर है. रिपोर्ट के मुताबिक, लंबे समय तक ऐसे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है.
आजकल जिम जाने वाले और अपनी सेहत का ध्यान रखने वाले बहुत से लोग प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन अमेरिका से आई एक रिपोर्ट ने सबको चौंका दिया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, आपके पसंदीदा प्रोटीन पाउडर में आपकी सेहत को नुकसान पहुँचाने वाला खतरनाक केमिकल 'लेड' हो सकता है.
रिपोर्ट में क्या पता चला?
अमेरिका की जानी-मानी संस्था 'कंज्यूमर रिपोर्ट्स' ने बाज़ार में बिकने वाले 23 सबसे पॉपुलर प्रोटीन पाउडर्स और शेक्स की जाँच की. इस जाँच के नतीजे डराने वाले थे:
- जाँचे गए दो-तिहाई से ज़्यादा प्रोडक्ट्स में लेड की मात्रा सुरक्षा के लिए तय की गई डेली लिमिट (0.5 माइक्रोग्राम) से कहीं ज़्यादा थी.
- चिंता की बात यह है कि 15 साल पहले जब ऐसी ही जाँच हुई थी, उसके मुकाबले अब प्रोडक्ट्स में लेड की मात्रा और बढ़ गई है.
कौन से प्रोटीन में ज़्यादा ख़तरा?
रिपोर्ट में यह बात साफ़ तौर पर सामने आई है कि पौधों से बने प्रोटीन (Plant-based Protein) में लेड की मात्रा सबसे ज़्यादा है.
- प्लांट-बेस्ड प्रोटीन में डेयरी वाले प्रोटीन (जैसे Whey Protein) से 9 गुना ज़्यादा लेड मिला.
- जिन प्रोडक्ट्स में लेड की मात्रा सबसे ज़्यादा पाई गई, उनमें नेकेड न्यूट्रिशन वीगन मास गेनर, ह्यूएल ब्लैक एडिशन और गार्डेन ऑफ लाइफ स्पोर्ट ऑर्गेनिक प्लांट-बेस्ड प्रोटीन जैसे ब्रांड्स शामिल थे.
- हालांकि डेयरी से बने प्रोटीन में लेड का लेवल कम था, लेकिन उनमें से भी आधे प्रोडक्ट्स ऐसे थे जिनका रोज़ाना इस्तेमाल करना सुरक्षित नहीं माना गया.
क्या आपको चिंता करनी चाहिए?
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अगर आप कभी-कभी इन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करते हैं तो घबराने की ज़रूरत नहीं है. इससे तुरंत कोई बड़ा नुकसान नहीं होगा. असली खतरा तब है, जब आप लंबे समय तक रोज़ाना ऐसे प्रोटीन पाउडर का सेवन करते हैं, जिसमें लेड की मात्रा ज़्यादा हो.
लेड से सेहत को क्या नुकसान है?
लेड हमारे शरीर के लिए एक धीमे ज़हर की तरह काम करता है. थोड़ी-थोड़ी मात्रा में भी अगर यह लंबे समय तक शरीर में जाता रहे तो कई गंभीर समस्याएँ पैदा कर सकता है, जैसे:
- किडनी को नुकसान पहुंचाना.
- हाई ब्लड प्रेशर की समस्या.
- इम्यून सिस्टम को कमज़ोर करना.
- प्रेग्नेंट महिलाओं और बच्चों के लिए यह बेहद खतरनाक है, क्योंकि इससे बच्चों के दिमागी विकास पर बुरा असर पड़ सकता है.
तो प्रोटीन के लिए क्या करें?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि सप्लीमेंट्स पर पूरी तरह निर्भर रहने के बजाय नैचुरल चीज़ों से प्रोटीन लेना सबसे अच्छा है. शरीर की प्रोटीन की ज़रूरत को पूरा करने के लिए आप इन चीज़ों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं:
- मछली (टूना, सैल्मन)
- चिकन और टर्की
- ग्रीक योगर्ट (दही)
- अंडे
- दालें और बीन्स
इसलिए, अगली बार जब आप प्रोटीन सप्लीमेंट खरीदें, तो थोड़ा सावधान रहें और कोशिश करें कि अपनी प्रोटीन की ज़रूरत को नैचुरल खाने से ही पूरा करें.












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