COVID-19 Vaccine Update: ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (Drugs Controller General of India) यानी डीसीजीआई (DCGI) ने सोमवार को कोविड-19 वैक्सीन (COVID-19 vaccine) कोविशील्ड (Covishield) के निर्माण के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) यानी एसआईआई (SII) को अनुमति दे दी है. दवा नियामक द्वारा बिक्री और वितरण के लिए कोवैक्सीन (Covaxin) बनाने के लिए हैदराबाद स्थित भारत बायोटेक (Bharat Biotech) को लाइसेंसिंग अनुमति देने के बाद कोविशील्ड के निर्माण के लिए भी अनुमति दे दी गई है. रिपोर्ट्स के अनुसार, डीसीजीआई ने भारत बायोटेक को जारी फेस वन, टू, और थ्री के क्लिनिकल ट्रायल, सुरक्षा, प्रभावकारिता और इम्यूनोजेनेसिटी डेटा जमा करने के लिए कहा है.
रविवार को डीसीजीआई ने भारत में प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग के लिए दो कोविड-19 टीकों को मंजूरी दी. इन टीकों में ऑक्सफोर्ड का कोविशील्ड शामिल है, जिसका निर्माण सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा किया गया है, दूसरी वैक्सीन स्वदेश में विकसित भारत बायोटेक की कोवैक्सीन है. सरकार ने अगले छह से आठ महीनों में अभियान के पहले चरण में लगभग 30 करोड़ लोगों का टीकाकरण करने की योजना बनाई है. यह भी पढ़ें: Corona Vaccine: कोरोना वैक्सीन पहले किसे मिलेगी? केंद्रीय स्वास्थ मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने दिया ये जवाब
देखें ट्वीट-
Drugs Controller General of India grants permission to Serum Institute of India to manufacture its COVID-19 vaccine 'Covishield' pic.twitter.com/qRX3ZI9xai
— ANI (@ANI) January 4, 2021
भारत में घातक कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आने के लगभग 11 महीने बाद डीसीजीआई ने दोनों टीकों को मंजूरी दी. ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन (Oxford-AstraZeneca vaccine) कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण करने की भारत की योजना में एक प्रमुख भूमिका निभाएगा, जिसमें कम लागत, भंडारण में आसानी और परिवहन जैसे कई कारक शामिल हैं. इस बीच, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने इस सप्ताह कहा कि उसके पास कोविड-19 वैक्सीन की 40-50 मिलियन खुराक है. भारत को 50 मिलियन खुराक प्राप्त होने की संभावना है.