Ramadan 2025 Mehndi Designs: रमजान का जश्न मनाने के लिए अपने हाथों में रचाएं ये फ्रंट हैंड और बैक हैंड मेहंदी डिजाइन- देखें ट्यूटोरियल वीडियो
रमजान मेहंदी डिजाइन (Photo: YouTube)

Ramadan 2025 Mehndi Designs: रमजान (Ramadan) 30 दिनों तक मनाया जाता है और इस्लामिक कैलेंडर के अनुसार, नौवें महीने में रमजान मनाने की परंपरा है. इस्लाम धर्म में इस त्योहार को बहुत ही पाक माना जाता है. ईद का पावन त्योहार रमजान (Ramzan) के अंत का प्रतीक है. ऐसा माना जाता है कि पैगंबर मोहम्मद को पवित्र कुरान का पहला अवतरण इसी महीने में मिला था. इस दिन को अलग-अलग रीति-रिवाजों और परंपराओं का पालन करते हुए मनाया जाता है. इस दिन महिलाएं नए कपड़े पहनने के साथ-साथ हाथों में मेहंदी भी लगाती हैं. मेहंदी रमजान का एक अहम हिस्सा है. यह भी पढ़ें: Ramadan 2025 Mehendi Design: रमजान के पाक महीने में लगाएं ये अरबी, फुल हैंड और बैक हैंड मेहंदी पैटर्न, देखें वीडियो ट्यूटोरियल

रमजान के महीने में लोग खजूर खाकर रोजा खोलते हैं, क्योंकि इस्लामिक मान्यताओं से पता चलता है कि अल्लाह के रसूल को खजूर खाकर अपना रोजा खोलने के लिए कहा गया था और तब से हर दिन लोग इफ्तार और सेहरी में खजूर खाते हैं. हालांकि, अगर आप इस दिन मेहंदी लगाना चाहते हैं और आप भी मेहंदी लगाने के लिए लेटेस्ट अरेबिक डिज़ाइन और ट्रिक्स की तलाश में हैं, तो आप सही जगह पर आए हैं. हमारे पास आपके लिए कुछ सबसे बेहतरीन मेहंदी डिज़ाइन हैं जो भारत में बेहद लोकप्रिय हैं. पोर्ट्रेट मेहंदी से लेकर मोटिफ मेहंदी, अरेबिक मेहंदी से लेकर पाकिस्तानी स्टाइल मेहंदी, भारतीय मेहंदी से लेकर मोरक्कन डिज़ाइन तक, चुनने के लिए बहुत सारे प्रकार हैं. अगर आप अरेबिक मेहंदी डिज़ाइन, डार्क मेहंदी, आसान मेहंदी डिज़ाइन, फुल हैंड मेहंदी डिज़ाइन की तलाश में हैं, तो आप नीचे देख सकते हैं.

फ्रंट हैंड मेहेंदी डिजाइन:

रमजान और ईद 2025 स्पेशल मेहंदी डिजाइन:

रमजान ईद मेहंदी डिजाइन:

रमजान चांद मेहंदी डिजाइन:

रमजान के महीने में रोजे के दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग पूरे दिन भोजन या पानी का सेवन नहीं करते हैं. साथ ही इस दौरान सिगरेट और तंबाकू जैसी बुरी आदतों का सेवन करना भी सख्त मना है. रोजा रखने वाले श्रद्धालुओं द्वारा सूरज उगने से पहले कुछ खाना खाया जाता है, इस समय को मुस्लिम समुदाय के लोग सहरी (सुहूर) भी कहते हैं. जबकि रोजा रखने वाले लोग पूरे दिन रोजा रखने के बाद शाम को जो खाना खाते हैं उसे इफ्तार कहते हैं.