Ram Navami 2024 Telugu Wishes: हैप्पी राम नवमी! इन भक्तिमय Quotes, Facebook Messages, WhatsApp Status, Greetings को भेजकर तेलुगु में दें बधाई
राम नवमी 2024 (Photo Credits: File Image)

Ram Navami 2024 Wishes in Telugu: राम नवमी (Ram Navami) हिंदू धर्म में मनाए जाने वाले महत्वपूर्ण पर्वों में एक अत्यंत शुभ त्योहार है, जिसे श्रीहरि (Shri Hari) के सातवें अवतार भगवान श्रीराम (Bhagwan Ram) के जन्मोत्सव के तौर पर मनाया जाता है. सनातन धर्म में भगवान राम सदाचार, धार्मिकता और आदर्श व्यक्ति के तौर पर पूजनीय हैं, इसलिए उन्हें मर्यादापुरुषोत्त्म कहा जाता है. हिंदू पंचांग के अनुसार, चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अयोध्या में राजा दशरथ के घर माता कौशल्या के गर्भ से हुआ था, इसलिए उनके जन्मोत्सव को देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन देशभर के राम मंदिरों (Ram Temples) में विशेष पूजा-अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता है. इस दिन भगवान राम के साथ माता सीता, लक्ष्मण और हनुमान जी की विधि-विधान से पूजा की जाती है.

राम नवमी मां दुर्गा की उपासना के नौ दिवसीय पावन पर्व का आखिरी दिन होता है, इसलिए इसका महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है. इस दिन लोग अपने दोस्तों-रिश्तेदारों और करीबियों को अपनी-अपनी भाषा में शुभकामना संदेश भेजकर उनके साथ पर्व की खुशियों को साझा करते हैं. ऐसे में इस शुभ अवसर पर आप इन भक्तिमय विशेज, कोट्स, फेसबुक मैसेजेस, वॉट्सऐप स्टेटस, ग्रीटिंग्स को भेजकर तेलुगु में हैप्पी राम नवमी कह सकते हैं.

1 . శ్రీ రామునికి హారతి ఇచ్చిన తర్వాత రామచరితమానస్, రామాయణం, రామస్తుతి, రామ రక్ష స్తోత్రం వంటివి చదువుతారు. ఈ కోట్స్ ద్వారా అందరికీ శ్రీరామనవమి శుభాకాంక్షలు చెప్పేద్దాం.

राम नवमी 2024 (Photo Credits: File Image)

2. శ్రీ రామునికి హారతి ఇచ్చిన తర్వాత రామచరితమానస్, రామాయణం, రామస్తుతి, రామ రక్ష స్తోత్రం వంటివి చదువుతారు.

राम नवमी 2024 (Photo Credits: File Image)

3. బంధుమిత్రులకు శ్రీరామనవమి శుభాకాంక్షలు

4. మీకు మీ కుటుంబ సభ్యులకు శ్రీరామనవమి శుభాకాంక్షలు

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5. మిత్రులకు శ్రీరామనవమి శుభాకాంక్షలు

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6. అందరికీ శ్రీరామనవమి శుభాకాంక్షలు

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पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, लंकापति रावण के अत्याचारों से लोगों को मुक्त कराने, धरती से आसुरी प्रवृत्तियों का नाश करने और अधर्म पर धर्म की फिर से स्थापना करने के लिए श्रीहरि ने भगवान राम के तौर पर सातवां अवतार लिया था. यह पर्व इसलिए भी खास है, क्योंकि इस दिन गोस्वामी तुलसीदास ने रामचरित मानस की रचना शुरु की थी. राम नवमी पर भक्त रामायण और रामचरित मानस का पाठ करते हैं. इसके साथ ही इस दिन कई जगहों पर भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है.