Makar Sankranti 2021: मकर संक्रांति के दिन भूलकर भी न करें ये काम!
मकर संक्रांति (Photo Credits: File Photo)

मकर संक्रांति के साथ जहां सूर्यदेव दिशा एवं राशि में परिवर्तन कर दक्षिणायण से उत्तरायण और मकर में प्रवेश करते हैं, वहीं दिन बड़ा और रातें छोटी होने लगती हैं. खेतों में रबि की फसलें काटकर उसकी जगह जायद की फसलें बोने की तैयारी शुरु होती हैं, ठिठुरती सर्दी में भी थोड़ी गरमाहट आने लगती है. यह दिन वस्तुतः स्नान, दान, ध्यान और धर्म का माना जाता है. मान्यता है कि दान-धर्म से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आपके घर-परिवार में सुख, शांति और समृद्धि आती है. इसी दिन सूर्यदेव अपने पुत्र शनि से मिलने जाते हैं. इसलिए इस दिन ऐसे हर कार्यों से बचना चाहिए, जिसकी वजह से सूर्य देव नाराज हों. आइए जानें वे कौन-कौन से कार्य हैं, जिन्हें मकर संक्रांति के दिन नहीं करना चाहिए. यह भी पढ़ें: Makar Sankranti 2021 Wishes: मकर संक्रांति के शुभ अवसर पर इन हिंदी WhatsApp Stickers, Facebook Messages, GIF Images, Quotes के जरिए दें शुभकामनाएं

* हिंदू शास्त्रों के मुताबिक बिना स्नान-ध्यान और तिल-खिचड़ी दान किए, किसी वस्तु का सेवन नहीं करना चाहिए.

* इस दिन घर आए साधू-संन्यासी अथवा भिखारी को बिना कुछ दिए वापस नहीं भेजना चाहिए. उसे वस्त्र, भोजन, कंबल एवं कुछ मुद्राएं इत्यादि दान करने से कई गुना पुण्य की प्राप्ति होती है.

* मकर संक्रांति के दिन मांसाहार (अंडा, मांस, मछली इत्यादि) और शराब जैसी नशीले पदार्थों से दूर रहें, ऐसा करने से आक्रामकता आती है.

* किसी वृद्ध, गरीब अथवा कमजोर व्यक्ति पर क्रोध अथवा अपशब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए.

* मकर संक्रांति के दिन प्याज एवं लहसुन जैसी चीजों का भी सेवन नहीं करना चाहिए.

* ऐसे व्यक्ति को दान नहीं देना चाहिए, जो उस वस्तु का सदुपयोग नहीं करे.

* अपनी सामर्थ्य के अनुसार नई वस्तुओं का ही दान करें, फटे-पुराने कपड़े, पुराने स्वेटर, बासी भोजन अथवा पुराने कंबल का दान हरगिज नहीं करें.

* मकर संक्रांति के दिन घर में कलह अथवा अशांति का माहौल नहीं बनने दें.

* किसी से भी मधुर वाणी में ही बात-व्यवहार करें, किसी पर आरोप-प्रत्यारोप नहीं करें.

* सूर्यास्त के बाद भोजन हरगिज नहीं करें, ऐसा करने से सूर्य देव प्रसन्न होते हैं.

* सिर्फ अपने हित की सोचने वाले व्यक्ति को भी दान देना से कोई लाभ नहीं होता.

* इस दिन खिचड़ी में अरहर की दाल का प्रयोग नहीं करें. इसके बजाय मूंग अथवा उड़द दाल का सेवन करना चाहिए.

* अगर आपके शहर में कोई नदी या पवित्र सरोवर हो तो वहीं पर स्नान करें.

* मासूम पशु-पक्षियों को परेशान नहीं करना चाहिए.

* भोजन में मसालों का सेवन भी नहीं करना चाहिए.

* खुद की कमाई के पैसे से खरीदी वस्तुओं का ही दान करें, और गलत ढंग से अर्जित आय से दान नहीं करना चाहिए.

* दान देने के पश्चात किसी तरह का पश्चाताप नहीं करना चाहिए.

नोट- इस लेख में दी गई सेहत से जुड़ी तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसका किसी भी अंधविश्वास से लेनादेना नहीं है.