Motivational Quotes of Lal Bahadur Shastri: आजाद भारत के दूसरे प्रधानमंत्री (Second Prime Minister of India) लाल बहादुर शास्त्री (Lal Bahadur Shastri) की आज (11 जनवरी 2021) पुण्यतिथि (Lal Bahadur Shastri Death Anniversary) मनाई जा रही है. 9 जून 1964 से 11 जनवरी 1966 को अपनी मृत्यु तक वे करीब 18 महीने तक भारत के प्रधानमंत्री रहे. दरअसल, प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू (Pandit Jawaharlal Nehru) का निधन 27 मई 1964 को हुआ था, जिसके बाद शास्त्री जी को देश का प्रधानमंत्री बनाया गया. शास्त्री जी ने 9 जून 1964 को देश के दूसरे प्रधानमंत्री के तौर पर पदभार ग्रहण किया. उनके शासनकाल के दौरान साल 1965 में भारत-पाकिस्तान युद्ध (India-Pakistan War) शुरू हो गया, लेकिन शास्त्री जी ने अपने अदम्य साहस और दृढ़ता के दम पर साल 1965 के युद्ध में पाकिस्तान को भारत के सामने घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था.
देश के प्रधानमंत्री होते हुए भी शास्त्री जी सादगी भरा जीवन जीना पसंद करते थे. उन्होंने न सिर्फ देश की निस्वार्थ भाव से सेवा की, बल्कि देश की आजादी की लड़ाई में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. वो दिखने में जितने साधारण थे, उनके विचार उतने ही महान थे, क्योंकि अपने महान विचारों के जरिए ही उन्होंने देश में क्रांति और देशभक्ति की अलख जगाई थी. लाल बहादुर शास्त्री की पुण्यतिथि पर आप उनके इन 10 महान विचारों को अपनों के साथ शेयर कर सकते हैं.
1- आर्थिक मुद्दे हमारे लिए सबसे जरूरी है, जिससे हम अपने सबसे बड़े दुश्मन गरीबी और बेराजगारी से लड़ सकें.
2- लोगों को सच्चा लोकतंत्र और स्वराज कभी भी हिंसा व असत्य से प्राप्त नहीं हो सकता.
3- यदि कोई भी व्यक्ति ऐसा रह गया जिसे किसी रूप में अछूत कहा जाए तो भारत को अपना सर शर्म से झुकाना पड़ेगा.
4- आजादी की रक्षा केवल सैनिकों का काम नहीं है, इसके लिए पूरे देश को मजबूत होना होगा.
5- जैसा मैं दिखता हूं, उतना साधारण मैं हूं नहीं.
6- समाज को सच्चा लोकतंत्र कभी भी हिंसा और असत्य से नहीं मिल सकता है.
7- हम खुद की नहीं, बल्कि पूरे विश्व की शांति, विकास और कल्याण में विश्वास रखते हैं.
8- देश की ताकत और स्थिरता के लिए सबसे जरूरी काम है लोगों में एकता और एकजुटता स्थापित करना.
9- जय जवान, जय किसान.
10- जो शासन करते हैं उन्हें देखना चाहिए कि लोग प्रशासन पर किस तरह प्रतिक्रिया करते हैं. अंतत: जनता ही मुखिया होती है.
लाल बहादुर शास्त्री जी का जन्म 2 अक्टूबर सन 1904 को उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में हुआ था. उनके पिता का नाम शारदा प्रसाद और माता का नाम रामदुलारी देवी था.गौरतलब है कि उन्होंने भारत-पाक युद्ध के बाद ताशकन्द में पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान के साथ युद्ध समाप्त करने के समझौते पर हस्ताक्षर किया था. हस्ताक्षर करने के कुछ समय बाद ही 11 जनवरी 1966 की रात रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मौत हो गई.