Happy Durga Puja 2021 Wishes in Hindi: आज (11 अक्टूबर 2021) से पश्चिम बंगाल, असम, ओडिशा और त्रिपुरा जैसे राज्यों में दुर्गा पूजा (Durga Puja) का शानदार आगाज हो गया है, जिसका समापन 15 अक्टूबर 2021 को विजयादशमी (Vijayadashami) के साथ होगा. दुर्गा पूजा से जुड़ी प्रचलित मान्यता के अनुसार, महिषासुर नाम के असुर को भगवान ब्रह्मा से वरदान मिला था कि उसका वध एक स्त्री के अलावा संसार में और कोई नहीं कर सकता. वरदान को पाने के बाद महिषासुर ने तीनों लोकों में आतंक मचा दिया और स्वर्ग लोक पर अपना अधिकार जमा लिया. उसके आतंक त्रस्त होकर सभी देवता त्रिदेव की शरण में पहुंचे, तब भगवान ब्रह्मा, विष्णु और महेश ने अपनी शक्तियों से शक्ति की देवी दुर्गा (Maa Durga) को प्रकट किया, ताकि वे महिषासुर का संहार कर सकें. कहा जाता है कि महिषासुर और देवी दुर्गा के बीच नौ दिनों तक भयंकर युद्ध चला और आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को उन्होंने महिषासुर का अंत कर दिया, इसलिए दुर्गा पूजा को महिषासुर पर देवी दुर्गा की विजय के प्रतीक के तौर पर मनाया जाता है.
दुर्गा पूजा की शुरुआत आमतौर पर महालया के छह दिन बाद आश्विन शुक्ल षष्ठी से होती है. दुर्गा पूजा को लेकर बंगाली समुदाय के लोगों का उत्साह देखने लायक होता है. ऐसे में इस अति पावन घड़ी में आप इन शानदार और भक्तिमय विशेज, वॉट्सऐप स्टेटस, फेसबुक मैसेजेस, जीआईएफ ग्रीटिंग्स, कोट्स और एचडी इमेजेस को अपनों के साथ शेयर करके उनसे हैप्पी दुर्गा पूजा कह सकते हैं.
1- माता का जब पर्व है आता,
ढेरों खुशियां साथ है लाता,
इस बार मां आपको वो सब कुछ दें,
जो कुछ आपका दिल है चाहता.
हैप्पी दुर्गा पूजा
2- मां का सजा है कितना निराला दरबार,
मां सुनती है सब भक्तों की पुकार,
पूरे कर दो सारे हमारे अरमान,
इतनी दूर से आए हैं हम मां तेरे द्वार.
हैप्पी दुर्गा पूजा
3- क्या है पापी क्या है घमंडी,
मां के दर पर सभी शीश झुकाते,
मिलता है चैन तेरे दर पे मैया,
झोली भरके सभी है जाते,
हैप्पी दुर्गा पूजा
4- लक्ष्मी का हाथ हो,
सरस्वती का साथ हो,
गणेश का निवास हो,
और मां दुर्गा के आशीर्वाद से,
आपके जीवन में प्रकाश ही प्रकाश हो.
हैप्पी दुर्गा पूजा
5- हो जाओ तैयार, मां अम्बे आने वाली है,
सजा लो दरबार मां अम्बे आने वाली हैं,
तन, मन और जीवन हो जाएगा पावन,
मां के कदमों की आहट से गूंज उठेगा आंगन
हैप्पी दुर्गा पूजा
गौरतलब है कि शारदीय नवरात्रि की षष्ठी तिथि से दुर्गा पूजा की शुरुआत होती है, जिसे बंगाल में हिंदुओ द्वारा व्यापक तौर पर बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. मान्यता है कि देवी दुर्गा ने नवरात्रि के दसवें दिन महिषासुर का अंत किया था, इसलिए इसे विजयादशमी के रूप में मनाया जाता है, जबकि एक अन्य प्रचलित मान्यता के अनुसार, नवरात्रि में श्रीराम ने शक्ति स्वरूपा देवी दुर्गा की उपासना की थी और दसवें दिन रावण पर उन्हें विजय मिली थी, इसलिए भगवान राम की रावण पर जीत के तौर पर विजयादशमी का त्योहार मनाया जाता है.