रमजान 720 घंटे यानी चार सप्ताह और दो दिनों के लिए होता है. इस दौरान इस्लाम के अनुयायी या मुसलमान सुबह और सूर्यास्त के बीच उपवास करते हैं. शांति और मार्गदर्शन के लिए प्रार्थना करते हैं.
भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका और अन्य दक्षिण एशियाई देशों में मुसलमान शव्वाल अर्धचंद्र की तलाश एक मई को करेंगे. यहां के अनुयायियों को अगर रविवार को चांद दिख गया तो वह भी सऊदी अरब, यूएई, कतर, यूके, यूएसए, अन्य खाड़ी और पश्चिमी देशों में अपने मुस्लिम भाइयों के साथ इस साल ईद-उल फितर मना सकेंगे. हालांकि, यहां भी कमेटियां ही निर्धारित करेंगी कि कब ईद मनाया जाएगा.
सऊदी अरब के बाद यूएई में भी आज ईद का चांद देखने की कोशिश की गई. लेकिन यूएई में भी चांद नहीं दिखा. जिसके बाद हुकूमत की तरफ से ऐलान हुआ है कि यूएई में 2 मई सोमवार को ईद की नमाज पढ़ी जाएगी.
सऊदी में आज शनिवार को ईद का चांद देखने की कोशिश की गई. लेकिन ईद का चांद नहीं दिखा. जिसके बाद सऊदी हुकूमत ने ऐलान किया है कि अब ईद का त्योहार 2 मई को मनाया जाएगा. आपको बता दें भारत के मुकाबले सऊदी अरब में एक दिन पहले रोजे शुरू हो जाते हैं. जिसके कारण वहां पहले ईद का चांद देखा जाता है.
BREAKING NEWS | The Crescent for the month of Shawwal 1443 was NOT SEEN today, subsequently:Monday, 2nd May 2022 will be the day of Eid Al FitrThe momth of Ramadan 1443 will complete 30 days tomorrow pic.twitter.com/USnzEbFsCV— Haramain Sharifain (@hsharifain) April 30, 2022
Astronomer Abdullah Al-Khudairi: “The data say that the crescent of the month of Shawwal will not be seen this evening”
pic.twitter.com/b1PRUD6Zj6— Haramain Sharifain (@hsharifain) April 30, 2022
आमतौर पर ईद के दिन घरों में शीर खूरमा बनाया जाता है. इसके साथ कई पकवान भी बनते हैं. सुबह होने के बाद ईद की नामज अदा की जाती है. जिसके बाद सभी लोग अपने करीबियों से मिलते हैं, और पकवान खाकर त्योहार का लुत्फ उठाते हैं.
भारत में आज शनिवार को 28 वां रोजा है. वहीं कल यानी रविवार यानि 1 मई को 29 वां रोजा रहेगा. रविवार शाम तक चांद दिखाई देने पर भारत में 2 मई को ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाएगा, वहीं 1 मई ईद का चांद नहीं दिखाई देने पर भारत में 3 मई ईद की नमाज पढ़ी जायेगी.
मोरक्को ब्रिटेन से एक घंटे पीछे है. वर्तमान में ऐसा लगता है जैसे शनिवार को मोरक्को में चांद नहीं देखा जा सकता है, लेकिन रविवार को आसानी से देखा जा सकता है. यानी सोमवार को ईद होने की संभावना है.
पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को ट्विटर पर कहा कि खगोलीय मापदंडों के अनुसार 1 मई को चांंद दिखने की कोई संभावना नहीं है.
According to astronomical parameters, there is a No Chance of sighting the new moon of Shawwal, 1443 AH on the evening of 01-05-2022 i.e. on 29th of Ramazan, 1443 AH.
For details https://t.co/Fl5Furbvj3#MOONSIGHTING #Eid2022 #EidUlFitr #EidMubarak #EidInPakistan pic.twitter.com/YuGWmtziwC— Pak Met Department محکمہ موسمیات (@pmdgov) April 29, 2022
Eid Moon Sighting 2022 Live Updates: रमजान (Ramadan) का पाक माह खत्म होने वाला है. सऊदी अरब, यूएई, कतर, ओमान जैसे देशों में आज चांद देखने की कोशिश होगी. चांद का दीदार हुआ तो इन देशों में कल यानी 1 मई को ईद की नामाज पढ़ी जाएगी. दरअसल खाड़ी देशों में इस मुक़द्दस महीने की शुरुआत सबसे पहले होती है और भारत समेत अन्य देशों से एक दिन पहले ईद की नमाज पढ़ी जाती है.
बता दें कि असर (Asr) की नमाज से कुछ देर पहले चांद देखने की कोशिशें शुरू हो जाती हैं. मगरिब की नमाज खत्म होने तक चांद देखने की कोशिश जारी रहती है. यह भी पढ़े: Eid Al-Fitr 2022: ईद कब है और क्यों मनायी जाती है? जानें ईद का महत्व एवं कैसे करते हैं सेलिब्रेशन?
बात दें कि साल में दो बार ईद का पर्व मनाया जाता है. पहली ईद को ईद उल-फ़ित्र कहते हैं और दूसरी ईद को ईद-उल-जुहा अथवा बकरीद के नाम से मनाया जाता है. इस्लामिक मान्यताओं के अनुसार साल 624 में पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने जंग-ए-बद्र की लड़ाई जीती थी. इसी जीत की खुशी में सबका मुंह मीठा करवाया गया था. इसलिए पाक रमजान के पूरे माह अल्लाह की इबादत करते हैं और रोजा रखते हैं. इस पूरे माह कुरान की तिलावत करके अपनी आत्मा को शुद्ध करते हैं. और रमजान खत्म होने के बाद पूरी दुनिया में मुसलमान बड़े हर्षोल्लास के साथ ईद-उल-फितर मनाते हैं.