Diwali 2020 Date & Full Schedule: कब है दिवाली? देखें धनतेरस, नरक चतुर्दशी, लक्ष्मी पूजन, गोवर्धन पूजा और भाईदूज की महत्वपूर्ण तिथियों की पूरी लिस्ट
दिवाली 2020 (Photo Credits: File Image)

Diwali 2020 Date & Full Schedule: कोरोना संकट (Corona Crisis) के बीच लोग सभी त्योहारों और उत्सवों को सादगी से मना रहे हैं. शारदीय नवरात्रि (Sharad Navratri) के समापन के बाद अब हर कोई दिवाली (Diwali) की तैयारियों में जुट गया है. हिंदू धर्म में मनाए जाने वाले बड़े त्योहारों में पांच दिवसीय दिवाली उत्सव (Diwali Festival) का विशेष महत्व है. दीयों के पर्व दिवाली के पांच दिवसीय उत्सव के दौरान हर दिन एक विशेष पर्व मनाया जाता है. अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व दिवाली के दौरान धनतेरस (Dhanteras), नरक चतुर्दशी (Narak Charurdashi), लक्ष्मी पूजन (Lakshmi Pujan), गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja) और भाईदूज  (Bhai Dooj) जैसे त्योहार मनाए जाते हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक महीने में यह उत्सव मनाया जाता है, जबकि अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार दीयों के पर्व को अक्टूबर या नवंबर में मनाया जाता है. इस साल पांच दिवसीय दिवाली उत्सव की शुरुआत 13 नवंबर से होगी और समापन 16 नवंबर को होगा.

दिवाली के पर्व को मनाने के लिए लोग कई दिन पहले से ही अपने घरों की साफ-सफाई में जुट जाते हैं. इस उत्सव में मिठास भरने के लिए तरह-तरह के स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं. घर के मुख्य द्वार पर रंगोली बनाई जाती है और दीयों से पूरे घर को रोशन कर अंधकार को दूर किया जाता है. चलिए जानते हैं धनतेरस, नरक चतुर्दशी, लक्ष्मी पूजन, गोवर्धन पूजा और भाईदूज की तिथियों की पूरी लिस्ट. यह भी पढ़ें: Lakshmi Puja 2020 Date: लक्ष्मी पूजा कब है? जानें कोजागरी पूर्णिमा के दिन की जाने वाली लक्ष्मी पूजा की तिथि, शुभ मुहूर्त और महत्व

दिवाली की महत्वपूर्ण तिथियां-

धनतेरस- 13 नवंबर 2020, शुक्रवार

नरक चतुर्दशी- 14 नवंबर 2020, शनिवार

लक्ष्मी पूजा- 14 नवंबर 2020, शनिवार

गोवर्धन पूजा- 15 नवंबर 2020, रविवार

भाईदूज- 16 नवंबर 2020, सोमवार

धनतेरस- धनतेरस का त्योहार इस साल 14 नवंबर को मनाया जाएगा, इस दिन धन्वंतरी जयंती और काली चौदस भी मनाई जाएगी. इसके साथ ही इस दिन मृत्यु के देवता यमराम के नाम पर यमदीपदान भी किया जाएगा.

नरक चतुर्दशी- नरक चुतुर्दशी का पर्व 14 नवंबर को मनाया जाएगा, जिसे छोटी दिवाली भी कहा जाता है. इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर नामक असुर का वध किया था, इसलिए इस उत्सव को मनाया जाता है.

लक्ष्मी पूजन- पांच दिवसीय उत्सव का सबसे मुख्य पर्व यानी लक्ष्मी पूजन भी 14 नवंबर को ही मनाया जाएगा, क्योंकि इस दिन अमावस्या तिथि दोपहर 02.18 बजे से शुरू हो रही है. इस दिन देवी लक्ष्मी की विधिवत पूजा की जाती है.

गोवर्धन पूजा- लक्ष्मी पूजन के अगले दिन यानी 15 नवंबर को गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाएगा. इस दिन गोवर्धन पर्वत की पूजा कर उन्हें तरह-तरह के पकवानों का भोग अर्पित किया जाता है.

भाईदूज- दिवाली उत्सव के आखिरी दिन यानी 16 नवंबर को भाईदूज का त्योहार मनाया जाएगा. भाई-बहनों के प्यार के प्रतीक इस पर्व के दिन बहनें अपने भाईयों को तिलक लगाती है और उन्हें भोजन कराती हैं. इसके साथ ही वो अपने भाइयों की दीर्घायु और अच्छी सेहत की कामना करती हैं. यह भी पढ़ें: Sharad Purnima 2020: कोजागरी पूर्णिमा के दिन जरूर करें ये 5 काम, बरसेगी मां लक्ष्मी की कृपा और सुख-समृद्धि का होगा आगमन

गौरतलब है कि हर साल दिवाली उत्सव को बहुत धूमधाम से मनाया जाता है. दिवाली उत्सव के दौरान हर तरफ दीयों की रोशनी और रंग-बिरंगी लाइटों का प्रकाश नजर आता है. पटाखे फोड़े जाते हैं और आतिशबाजी कर इस उत्सव को मनाया जाता है. हालांकि इस साल कोरोना वायरस महामारी के कारण लोग अन्य पर्वों की तरह इस पर्व को भी सादगी से अपने परिवार के साथ मनाएंगे.