Dipika Kakkar Health Update: दीपिका कक्कड़ ने शेयर किया लिवर कैंसर से गुजरने का अनुभव, जानें सर्जरी के बाद शरीर पर क्या होता है असर
Dipika Kakar (Photo Credits: Instagram)

नई दिल्ली, 1 अक्टूबर : लिवर कैंसर एक खतरनाक और तेजी से बढ़ने वाली बीमारी है, जो लिवर के अंदर असामान्य कोशिकाओं के बढ़ने से होती है. लिवर शरीर का एक बेहद महत्वपूर्ण अंग है, जो पाचन क्रिया में मुख्य भूमिका अदा करने के अलावा, विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और ऊर्जा को संग्रहित करने का भी काम करता है. लिवर कैंसर में ये सारे काम प्रभावित होने लगते हैं, जिससे शरीर की सामान्य क्रियाएं बाधित हो जाती हैं.

टीवी एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ भी इस बीमारी से जूझ चुकी हैं, जिन्होंने हाल ही में अपने व्लॉग में लिवर कैंसर सर्जरी के बाद की यात्रा के बारे में खुलकर बात की. उन्होंने बताया कि बीमारी के बाद जीवन में धीरे-धीरे बदलाव और धैर्य से रिकवरी करना कितना जरूरी है. वैज्ञानिक अध्ययनों के मुताबिक, लिवर की सर्जरी के बाद शरीर की कार्यक्षमता कुछ समय के लिए कम हो जाती है. इस दौरान शरीर को अपनी मरम्मत के लिए काफी ऊर्जा चाहिए होती है, जिससे मरीजों को लगातार थकान, कमजोरी और भूख में कमी जैसी परेशानियां होती हैं. कई बार नींद के बावजूद भी शरीर पूरी तरह सक्रिय नहीं हो पाता, क्योंकि लिवर ठीक होने में वक्त लेता है. यह भी पढ़ें : Avika Gor Wedding: अविका गौर ने पोस्ट की शादी की खूबसूरत तस्वीरें, मेहंदी में नाम ढूंढते नजर आए पति मिलिंद

दीपिका ने भी अपने अनुभव में कहा है कि कई बार उनका शरीर इतना थका हुआ महसूस करता है कि वे आराम करने के अलावा कुछ नहीं कर पातीं. लिवर कैंसर से उबरने के बाद सही तरीके से रिकवर होना बेहद जरूरी होता है. इसके तहत सबसे पहले, पौष्टिक और हल्का भोजन लेना जरूरी होता है; यह शरीर को जरूरी विटामिन, प्रोटीन और मिनरल्स देता है, जो लिवर की मरम्मत में मदद करते हैं. तेल-मसालेदार युक्त खाने से बचना चाहिए क्योंकि वे पाचन तंत्र पर दबाव डालते हैं. इसके साथ ही, दिन में छोटे-छोटे मील्स लेना बेहतर होता है ताकि पाचन क्रिया सही रहे. शरीर को हाइड्रेट रखना भी महत्वपूर्ण है, इसलिए पर्याप्त पानी और हेल्दी लिक्विड लेने चाहिए. नींद पूरी करना और आराम करना बहुत जरूरी है ताकि शरीर खुद को रिकवर कर सके, वैज्ञानिक रूप से जरूरी माना गया है.

हल्की-फुल्की शारीरिक गतिविधि जैसे छोटी वॉक भी रिकवरी में सहायक होती है क्योंकि यह रक्त संचार को बेहतर बनाती है और ऊर्जा बढ़ाती है. साथ ही, मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी जरूरी है क्योंकि सकारात्मक सोच और परिवार का समर्थन रिकवरी को तेज करते हैं.