Dairy farming: डेरी फार्मिग के लिए 'काउ फैक्ट्री' को बढ़ावा देगी सरकार
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Pixabay)

पणजी, 7 फरवरी : केंद्रीय पशुपालन, डेरी और मत्स्य पालन मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) ने रविवार को कहा कि 'काउ फैक्ट्री' (Cow factory) को शुरू करना भारत भर में डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए आगे का रास्ता है, यहां तक कि उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर एक नर और मादा बछड़े के बीच अंतर नहीं कर पाने को लेकर तंज भी कसा. पणजी (Panaji) में भारतीय जनता पार्टी की राज्य कार्यकारिणी समिति के सदस्यों की एक बैठक में बोलते हुए, सिंह ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार पशुओं और पोल्ट्री जनित रोगों जैसे बर्ड फ्लू और पैर और मुंह की बीमारी के मद्देनजर टीकाकरण को आक्रामक रूप से बढ़ावा दे रही है.

सिंह ने बैठक में कहा, "एक तकनीक है जो सामने आई है, जिसके साथ कोई 'काउ फैक्ट्री' शुरू कर सकता है. जब मैं कहता हूं तो लोग आश्चर्यचकित हो जाते हैं. जैसे कि मनुष्यों के लिए टेस्ट ट्यूब बेबी है .. हर कोई इसे जानता है. हम एक प्रयोगशाला में भ्रूण के साथ, टेस्ट ट्यूब बेबी (गाय का बछड़ा-बछिया ) बनाएंगे." डेयरी उद्योग को बढ़ावा देने के लिए 100 प्रतिशत कृत्रिम गर्भाधान को लेकर सिंह ने यह भी कहा कि गायों की दूध उत्पादन क्षमता को लैब तकनीक की मदद से बढ़ाया जा सकता है. यह भी पढ़ें : Uttarakhand: चमोली में ग्लेशियर टूटने से भीषण तबाही, 100 से ज्यादा लोगों के मरने की आशंका- यूपी में हाई अलर्ट घोषित

सिंह ने कहा, "अगर कोई गाय है, जो पांच लीटर दूध देती है, तो हम गायों के भ्रूण को शामिल कर लेंगे जिससे 20 से 30 लीटर दूध होगा." राहुल गांधी को ग्रामीण भारत के संपर्क से बाहर होने के बारे में बताते हुए, सिंह ने कहा कि अगर वह नर बछड़े और मादा बछिया के बीच के अंतर को पहचान जाते हैं तो वह (गिरिराज) राजनीति छोड़ देंगे. सिंह ने कहा, "वह एक मादा बछिया और नर बछड़े के बीच अंतर को नहीं जानते. यदि वह दो महीने पुराने नर और मादा के बीच के लैंगिक अंतर को दूर से पहचान जाते हैं, तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा" इससे पहले, पणजी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने 39 बीमारियों की पहचान की है जो जानवरों से मनुष्यों में प्रेषित होती हैं और इनसे निपटने के लिए टीकाकरण पर जोर दे रही है.