Maharashtra Majhi Ladki Bahin Yojana: महाष्ट्र सरकार (Maharashtra Government) की माझी लाड़की बहीण योजना (Majhi Ladki Bahin Yojana) का लाभ कई महिलाओं को मिल रहा है. यह योजना महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के लिए फायदेमंद साबित हुई और महायुति फिर से सत्ता पर काबिज होने में कामयाब हो गई. चुनाव से कुछ महीने पहले इस योजना की शुरुआत की गई थी, लेकिन राज्य सरकार में मंत्री अदिति तटकरे (Aditi Tatkare) ने पहले ही बताया था कि कुछ अपात्र महिलाओं ने इस योजना का लाभ उठाया है. अब चुनाव के बाद कुछ अपात्र महिलाओं के आवेदनों की दोबारा जांच शुरु हो गई है. ऐसे में अब सवाल उठता है कि क्या राज्य सरकार की माझी लाड़की बहीण योजना का लाभ लेने वाली अपात्र महिलाओं को मिली रकम वापस लेगी? जबकि सरकार भी विरोधाभासी रुख अपना रही है और महिलाएं असमंजस में हैं.
अब इस मसले पर अदिति तटकरे ने फिर कहा है कि अयोग्य महिलाओं का पैसा वापस नहीं लिया जाएगा. अदिति तटकरे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में लाड़की बहीण योजना पर टिप्पणी की है. उन्होंने फिर से दोहराया कि इस योजना से कई अपात्र महिलाओं को लाभ मिला है, इसलिए किसी योजना का मूल्यांकन करना कोई नई बात नहीं है. किसी भी योजना का मूल्यांकन हर साल किया जाता है. यह भी पढ़ें: Mukhyamantri Majhi Ladki Bahin Yojana: माझी लाडकी बहीण योजना के तहत लाभार्थियों को कब मिलेगी जनवरी महीने की किस्त, अदिति तटकरे ने बताई तारीख
उन्होंने कहा कि संजय गांधी निराधार योजना का सत्यापन भी वर्ष में एक बार किया जाता है और यह एक नियमित तरीका है. अब अपात्र महिलाओं का पैसा वापस नहीं लिया जाएगा. अदिति तटकरे ने यह भी कहा कि सरकार ने अब तक कोई भी लाभ वापस नहीं लिया है. हमने अभी तक किसी भी पारस्परिक लाभार्थी का पैसा वापस नहीं लिया है.
अदिति तटकरे ने आगे कहा कि चूंकि लाड़की बहीण योजना को अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ है, इसलिए इसे लेकर अलग-अलग धारणाएं बनाई जा रही हैं. अब तक जिन महिलाओं ने स्वेच्छा से और विभिन्न कारणों से हमें सूचित किया है कि वे इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं, हमने ऐसी किसी भी महिला से पैसे वापस नहीं लिए हैं. यह भी पढ़ें: Majhi Ladki Bahin Yojana 7th Instalment Date: लाडली बहनों का इंतजार खत्म, 26 जनवरी से पहले इस दिन जारी होगी 7वीं क़िस्त के पैसे!
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सत्यापन में अयोग्य करार दी गई महिलाओं का लाभ वापस लेने का सवाल ही नहीं उठता. अदिति तटकरे ने आगे कहा कि हमने खुद से अयोग्यता आवेदन नहीं मंगाए हैं, फिलहाल लाभ वापसी के आवेदन आ रहे हैं, जिसकी संख्या हर दिन बदल रही है, क्योंकि कुछ लोगों को सत्यापन से ही पता चल जाता है कि वे अपात्र हैं, इसलिए आवेदन वापस लिए जा रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है.













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