पटना, 9 मई : पूर्व केंद्रीय मंत्री और पटना साहिब लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद ने सैम पित्रोदा के भारत पर की गई नस्लीय टिप्पणी को लेकर विपक्षी दलों को घेरते हुए कहा कि उन्हें बयान दिए एक दिन हो गए, लेकिन, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, लालू यादव सहित सभी विपक्षी पार्टियों के तमाम नेता चुप क्यों हैं?
रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि विपक्ष के नेताओं ने कुछ नहीं कहा. सैम पित्रोदा ने भारत को शर्मसार किया है. भारत को लेकर नस्लीय टिप्पणी की. कांग्रेस ने केवल चुपचाप सैम पित्रोदा का इस्तीफा ले लिया. यह चुप्पी बताती है कि सैम पित्रोदा के बयान को इंडी गठबंधन के तमाम नेताओं का मौन समर्थन है. यह भी पढ़ें : भाजपा नेता नवनीत राणा का ओवैसी भाइयों पर तीखा हमला, कहा : 15 सेंकड के लिए पुलिस हट जाए
उन्होंने आगे कहा कि सैम पित्रोदा राजीव गांधी के बाद राहुल गांधी के भी सलाहकार हैं. गांधी परिवार के सदस्य भी हैं, जिस तरीके का बयान उन्होंने दिया है, उससे पूरा देश शर्मसार है और इसका जवाब कांग्रेस अभी तक क्यों नहीं दे रही है. भारत एक है. यहां की सांस्कृतिक इतिहास को समझने की आवश्यकता है. पित्रोदा का बयान भारत का अपमान है.
उन्होंने कहा कि इस तरह के भारत को बदनाम करने वाली टिप्पणी पर नेताओं का मौन रहना बेचैन करने वाला है. भाजपा-एनडीए सांस्कृतिक एकता और भौगोलिक एकता की पक्षधर है. राहुल गांधी के गुरु 'गुरुघंटाल' हैं और उन्हें जो सिखाते हैं, वही सीखते हैं. यही कारण है कि राहुल गांधी ने विरासत कर लगाने की बात कही.