Delhi DTC Bus Strike: दिल्ली में डीटीसी बसों के ड्राइवर और कंडक्टरों की हड़ताल ने अब असर दिखाना शुरू कर दिया है. मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली परिवहन निगम (DTC) ने एक कमेटी बनाई है. इस कमेटी ने सभी कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों से अपनी मांगें प्रस्तुत करने को कहा है. संविदा पर काम कर रहे इन कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें स्थायी किया जाए और 'समान काम के लिए समान वेतन' दिया जाए. इस हड़ताल के चलते सोमवार को दिल्लीवासियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा.
डीटीसी बसें सड़कों पर न होने से लोग मेट्रो के सहारे यात्रा करने को मजबूर हुए, जिससे मेट्रो स्टेशनों पर भारी भीड़ देखने को मिली. सोशल मीडिया पर इससे जुड़े कई वीडियो वायरल हो रहे हैं.
दिल्ली में जारी है डीटीसी बसों के ड्राइवर और कंडक्टरों की हड़ताल
Dtc bus strike in Delhi,manmani chal rahi h in logo ki depot se bus nikalte hai sawari bithate hai,our phir utar dete h our tickets ke paise bhi wapas ni krte bolte h jo krna h krlo.
My request honorable prime minister @narendramodi ji. Please take a action @ajtak_news pic.twitter.com/0qgYCX49L6
— Deepak Mathur (@DeepakM20940336) November 19, 2024
बस हड़ताल से आम लोगों को हो रही परेशानी
What happening in Delhi a lot of people suffering just because they are not getting bus.If Bus Drivers are on strike gov please try to think about normal people. #delhitransport #Dtc #parivahan pic.twitter.com/6Qojk9H3hk
— Pooja.Siya (@PoojaSiya4) November 19, 2024
बस से सफर करने वाले लोग मेट्रो से यात्रा कर रहे
Bus Strike in Delhi:
दिल्ली के कई इलाकों में DTC बस हड़ताल के कारण दिल्लीवासियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जो लोग बस से सफर करते हैं, उन्हें मेट्रो से यात्रा कर रहे हैं। pic.twitter.com/Exv1Lp5t9i
— R A Siddiquee🇮🇳 (@Reyazindian) November 18, 2024
डीटीसी यूनियन का दावा
डीटीसी कर्मचारी एकता यूनियन के अध्यक्ष ललित चौधरी के अनुसार, लगभग 28,000 डीटीसी कर्मचारी संविदा पर काम कर रहे हैं, जिनमें 100 प्रतिशत कंडक्टर और 80 प्रतिशत ड्राइवर शामिल हैं. स्थायी कर्मचारियों जितना काम करने के बावजूद उन्हें काफी कम वेतन दिया जा रहा है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हमसे स्थायी कर्मचारियों जितना ही काम लिया जाता है, लेकिन वेतन और नौकरी की सुरक्षा में भारी असमानता है. इतना कम वेतन मिलने से गुजारा करना मुश्किल हो गया है. स्थायी कर्मचारियों के मुकाबले हमारा वेतन बहुत कम है.
महिला कर्मचारियों का विरोध
वहीं, सरोजिनी नगर के नवनिर्मित 'सखी बस डिपो' की महिला कर्मचारियों ने भी इस विरोध में हिस्सा लिया. उन्होंने समान वेतन और नौकरी की सुरक्षा की मांग करते हुए प्रदर्शन किया.