बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में मंगलवार को हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे ने पूरे देश को हिला दिया. शाम करीब 4 बजे एक पैसेंजर MEMU ट्रेन एक खड़ी मालगाड़ी से जा भिड़ी. इस टक्कर में 11 लोगों की मौत हो गई, जिनमें ट्रेन के लोको पायलट भी शामिल थे. कई लोग घायल हुए और कोच के परखच्चे उड़ गए. टक्कर इतनी भयानक कि कोच चढ़ गया वैगन के ऊपर अधिकारियों ने बताया कि टक्कर का असर इतना जोरदार था कि पैसेंजर ट्रेन का एक कोच मालगाड़ी के वैगन पर चढ़ गया. अब इस हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट सामने आ गई है और उसने हादसे की वजह पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है.
खतरे के सिग्नल को नजरअंदाज!
रेलवे की प्रारंभिक जांच में पाया गया कि पैसेंजर ट्रेन के चालक दल ने डेंजर सिग्नल को इग्नोर कर दिया. रिपोर्ट के मुताबिक ट्रेन ने लाल सिग्नल (Danger Signal AJ-5) पार कर दिया जिसे रेलवे की भाषा में SPAD यानी Signal Passed At Danger कहा जाता है. यही घटना इस भीषण टक्कर की सबसे बड़ी वजह बनी.
केवल दो मिनट में बदल गई जिंदगी
जांच रिपोर्ट के अनुसार MEMU ट्रेन दोपहर 3:48 बजे गेवरा स्टेशन से चली. मात्र 2 मिनट बाद, 3:50 बजे उसने सामने खड़ी 59 वैगन वाली मालगाड़ी में टक्कर मार दी सिर्फ दो मिनट और एक गलती और कई जिंदगियां हमेशा के लिए बदल गईं.
असिस्टेंट लोको पायलट की स्थिति गंभीर
लोको पायलट की इलाज के दौरान मौत हो गई. असिस्टेंट लोको पायलट गंभीर घायल हैं और अस्पताल में भर्ती हैं. इस कारण उनका शराब सेवन परीक्षण (Breath Analysis Test) भी अभी संभव नहीं हो सका.
गलती किसकी?
रेलवे ने तुरंत कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी को विस्तृत जांच का आदेश दिया है. यह जांच बताएगी कि गलती मानव थी या तकनीकी? आगे की जांच में पता चलेगा कि रेलवे क्या उपकरण फेल हुए या कोई सुरक्षा चूक हुई?












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