प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी दो देशों की यात्रा खत्म करने के बाद आज शनिवार को स्वदेश लौट आए हैं. वह ग्रीस से सीधे बेंगलुरु पहुंचे हैं. चंद्रयान 3 की सफलता की बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसरो ISRO कमांड सेंटर के मीटिंग हॉल पहुंचे. यहां उन्होंने वैज्ञानिकों से मुलाकात की. पीएम ने इसरो प्रमुख को गले लगाकर पीठ थपथपाई.
इसरो प्रमुख ने पीएम मोदी को यह भी बताया कि चंद्रयान-3 कैसे चांद पर उतरा, उसके बाद वो रोवर प्रज्ञान कैसे काम करेगा. प्रधानमंत्री ने सारी चीजों को बारीकी से समझा. ISRO चीफ ने पीएम मोदी को मॉडल से लैंडिग प्रोसेस समझाया गया. इसरो प्रमुख ने पीएम को चांद से आई तस्वीरें भेंट की. Shivshakti At Moon: चंद्रयान-3 जहां उतरा, उस जगह को अब 'शिवशक्ति' के नाम से जाना जाएगा, पीएम मोदी ने की घोषणा
#WATCH | Bengaluru: I wanted to meet you as soon as possible and salute you…salute your efforts...": PM Modi gets emotional while addressing the ISRO scientists pic.twitter.com/R2BsyyPiNc
— ANI (@ANI) August 26, 2023
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा- 'व्यक्ति के जीवन में कई बार ऐसी घटनाएं घटती हैं, जिनमें बेसब्री हावी हो जाती है. इस बार मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ है. यहां आने की बेसब्री थी. मैं साउथ अफ्रीका में था. फिर ग्रीस चला गया. लेकिन, मेरा मन आपके साथ ही लगा हुआ था. कभी कभी लगता है कि मैं आप लोगों के साथ अन्याय कर देता हूं. बेसब्री मेरी और मुसीबत आपकी. सबेरे-सबेरे आप सभी को आना पड़ा. मन कर रहा था कि जाऊं और आपको नमन करूं. आपको दिक्कत हुई होगी.'
आपको सैल्यूट करने आया हूं: पीएम मोदी
भारत में आते ही जल्द से जल्द आपके दर्शन करना चाहता था. आप सबको सैल्यूट करना चाहता था. आपके परिश्रम को सैल्यूट है. आपकी जीवटता को सैल्यूट है. आपकी लगन को सैल्यूट है. आपके जज्बे को सैल्यूट करता हूं. इस दौरान पीएम मोदी की आंखें भर आईं. उन्होंने कहा, आप देश को जिस ऊंचाई पर लेकर गए हैं, वो साधारण नहीं है. हम वहां पहुंचे, जहां कोई नहीं पहुंचा. हमने वो किया, जो कभी किसी ने नहीं किया था. ये आज का भारत. निर्भीक और जुझारू भारत. ये वो भारत है, जो नया सोचता है. नए तरीके सोचता है. डार्क जोन में जाकर दुनिया में रोशनी की किरण फैला देता है. 21वीं सदी में दुनिया की बड़ी से बड़ी समस्याओं का समाधान करेगा.
पीएम मोदी ने कहा- 23 अगस्त का वो दिन... वो एक एक सेकेंड बार बार घूम रहा है. टच डाउन कन्फर्म हुआ. जिस तरह इसरो सेंटर से लेकर देशभर में लोग उछल उठे, वो दृश्य कौन भूल सकता है. कुछ स्मृतियां अमर हो जाती है. वो पल अमर हो गया. वो पल इस सदी के लिए प्रेरणादायी हो गया है.