Uttarakhand Rains Updates: उत्तराखंड में बारिश का कहर, अब तक करीब 40 लोगों की मौत, कई लापता, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
उत्तराखंड में भारी बारिश (Photo Credits ANI)

Uttarakhand Rains Updates: उत्तराखंड में पिछले चार दिन से हो रही लगातार तेज बारिश के चलते राज्य में जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. तेज बारिश के चलते चारों तरह पानी ही पानी नजर आ रहा हैं. वहीं उत्तराखंड के विभिन्न जिलों में बारिश के कारण हुए अलग-अलग हादसों में अब तक करीब 40 लोगों की जान जा चुकी हैं और करीब दो दर्जन लोग लापता हैं. राज्य में तेज बारिश के चलते अपनों को खोने को लेकर मचे हाहाकार के बीच राज्य सरकार ने मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपए की राहत राशि देने की घोषणा की है. बारिश का कहर उतराखंड में ऐसा देखा गया कि काठगोदाम में तो तेज बारिश के चलते रेलवे ट्रैक की पटरी उखड़ जाने के बाद बह कर नदी किनारे पहुंच गई.

उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार (DGP Ashok Kumar) ने बारिश के मद्देनजर सीएम धामी के साथ समीक्षा बैठक के बाद जानकारी देते हुए बताया कि गढ़वाल में स्थिति लगभग नियंत्रण में है, मार्गों को फिर से खोल दिया गया है और बुधवार से 'चार धाम यात्रा' फिर से शुरू की जाएगी. कुमाऊं क्षेत्रों- नैनीताल, हल्द्वानी, उधम सिंह नगर, चंपावत में बारिश के बाद और अधिक स्थिति खराब है.  उन्होंने कहा कि नैनीताल में करीब 25 लोगों के साथ अब तक लगभग 40 लोगों की जान जा चुली है. कुमाऊं में जलस्तर कम हुआ है, लेकिन अब तक मार्ग नहीं खुले हैं, वक्त लगेगा.  पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीमें  रेस्राक्हयू ऑपरेशन में जुटी हैं. यह भी पढ़े: Uttarakhand Rains: सीएम पुष्कर सिंह धामी का बड़ा ऐलान, बारिश के चलते मारे गए लोगों के परिजनों को सरकार देगी 4 लाख का मुआवजा

राज्य में बारिश के बाद आई तबाही को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को गढ़वाल व कुमांऊ क्षेत्र के आपदा ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर स्थिति का जायजा लिया. रूद्रप्रयाग के जिलाधिकारी से यात्रा व्यवस्थाओं तथा विभिन्न स्थानों पर रूके यात्रियों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि पीड़ितों के साथ ही यात्रियां को हर संभव सहयोग एवं सहायता उपलब्ध करायी जाय. उन्होंने बंद  मार्गों को खोलने के भी निर्देश जिलाधिकारी को दिये.

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाय कि बारिश के कारण यदि कोई राजमार्ग बाधित होता है, तो उनमें आवगमन जल्द सुचारू करने के लिए पूरी व्यवस्था हो. जिन क्षेत्रों में अधिक वर्षा हो रही हैं, वहां विशेष सतर्कता बरती जाय. (इनपुट एजेंसी के साथ)