लखनऊ, 9 फरवरी : रालोद नेता जयंत चौधरी पर तीखा हमला करते हुए, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आरएलडी ने उस पार्टी से हाथ मिलाया है, जिसके बारे में उनके पिता अजीत सिंह ने पूर्व में एक बार टिप्पणी की थी कि "जिस गाड़ी में सपा का झंडा, समझो बैठा कोई कुख्यात गुंडा." मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में खोई हुई राजनीतिक जमीन को फिर से हासिल करने के लिए, जयंत समाजवादी पार्टी का समर्थन कर रहे हैं, जिन्होंने गुंडों और दंगाइयों को संरक्षण दिया है.
मुख्यमंत्री ने पश्चिमी यूपी में अपने चुनाव अभियान के दौरान पूछा कि रालोद के हैंडपंप (चुनाव चिन्ह) को पानी कैसे मिलेगा क्योंकि 2012 और 2017 के बीच सपा सरकार द्वारा लोगों को ट्यूबवेल कनेक्शन नहीं दिए गए थे. पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए, योगी आदित्यनाथ ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के सत्ता में आने से एक दिन पहले दंगे, कर्फ्यू और स्थानीय लोगों का पलायन सामान्य था. उन्होंने समाजवादी पार्टी पर राज्य की लड़कियों और महिलाओं को सुरक्षा प्रदान नहीं करने का आरोप लगाया और कहा कि अखिलेश शासन के दौरान महिलाएं असुरक्षित थीं. यह भी पढ़ें : Kerala: यह फिल्म नहीं हकीकत है! 43 घंटे से बिना भोजन-पानी के पलक्कड़ की पहाड़ी पर फंसे युवक को बचाया गया, सेना के 34 जवानों ने किया रेस्क्यू
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले पांच सालों में राज्य की स्थिति पूरी तरह से बदल गई है. पिछले पांच वर्षों में एक भी दंगा नहीं हुआ है जबकि यूपी में सपा सरकार के दौरान 700 दंगे हुए थे. लड़कियां स्कूल जाने से डरती थीं. जनता का पैसा निकालने के लिए परफ्यूम उद्योग में सपा के दोस्तों पर बुलडोजर चल रहे हैं, जो उन्होंने पिछली सरकारों के दौरान लूटा था. सीएम ने कहा कि सपा सांसदों को एस.टी. हसन और शफीकुर रहमान बर्क तालिबान का समर्थन करते हैं.
पिछली सरकार पर हमला तेज करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "सपा के कार्यकाल में त्योहारों के दौरान कर्फ्यू लगाया गया था. हमारी सरकार में, कोरोना वायरस संकट के दौरान भी कर्फ्यू नहीं लगाया गया था. आज के उत्तर प्रदेश में अब और बम विस्फोट नहीं होते हैं, बल्कि 'बम-बम भोले' के नारों के बीच अब कांवड़ यात्रा होती है." योगी आदित्यनाथ ने कहा कि समाजवादी पार्टी आग्नेयास्त्रों की फैक्ट्री लगाती थी, जबकि हम राज्य में डिफेंस कॉरिडोर बनाने में लगे हैं.