दिल्ली के शाहीन बाग (Shaheen Bagh) में पिछले हफ्ते फायरिंग करने वाले कपिल गुर्जर (Kapil Gujjar) के बारे में पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने बड़ा खुलासा किया है. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की क्राइम ब्रांच को पूछताछ में पता चला कि कपिल गुर्जर आदम आदमी पार्टी (AAP) से जुड़ा हुआ है. यह भी खुलासा हुआ कि कपिल के पिता भी आम आदमी पार्टी के साथ जुड़े हुए हैं. पुलिस की माने तो कपिल को गिरफ्तार करने के बाद जब एक के बाद एक पूछताछ शुरू की तो उसने खुद को केजरीवाल की पार्टी से जुड़ा हुआ बाताया.
वहीं इस मामले पर दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के डीसीपी राजेश देव शाहीन ने कहा कि कपिल गुर्जर के फोन की कुछ व्हाट्स एप वीडियो, फोटो मिटा दिए गए थे. टेक्निकल टीम की मदद से सब रिकवर कर लिया गया. फोटो देखने के बाद पता चला कि उसने 2019 में आप पार्टी को ज्वाइन किया था. उसने खुद इस बात को कुबूला है. यह भी पढ़े: CAA-NRC Protest: जामिया के बाद शाहीन बाग में एक शख्स ने की फायरिंग, पुलिस ने कपिल गुर्जर नामक आरोपी को पकड़ा
Sources: The Crime Branch has found certain pictures on the mobile phone of Kapil Gujjar, who opened fire in Shaheen Bagh area on February 1. In these pictures, Kapil can be seen with AAP leaders such as Atishi and Sanjay Singh. pic.twitter.com/BKXifhTE7K
— ANI (@ANI) February 4, 2020
डीसीपी क्राइम ब्रांच ने कहा
#WATCH Rajesh Deo, DCP Crime Branch: In our initial investigation we found some photos from Kapil's phone that establish & he has already disclosed that he & his father joined AAP a year ago. We have taken his 2 days remand. pic.twitter.com/Z78sgdOGPn
— ANI (@ANI) February 4, 2020
बता दें कि शाहीन बाग इलाके में चल रहे सीएए विरोध प्रदर्शन के पास एक फरवरी को हवा में गोली चलाने वाले कपिल गुर्जर हवाई फायरिंग की थी. जिसके बाद पुलिस ने कपिल गुर्जर को हिरासत में लिया था. वहीं अदालत में पेश करने के बाद कपिल की हिरासत दो दिन और बढ़ा दिया गया है. इस पर यहां की एक अदालत ने मंगलवार को फैसला लिया. ज्ञात हो कि पूर्वी दिल्ली के दल्लूपुरा से ताल्लुक रखने वाले गुर्जर ने घटनास्थल को खाली करने के लिए प्रदर्शनकारियों को चेतावनी देने के बाद हवा में तीन गोलियां दागी थीं. इसके साथ ही उसने सांप्रदायिक नारे भी लगाए थे. शाहीन बाग इलाके में पिछले दो महीने से नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में प्रदर्शन चल रहा है.