Ghaziabad Shocker: गाजियाबाद में डिजिटल अरेस्ट करके रिटायर्ड बुजुर्ग से 60 लाख रूपए वसूले, साइबर अपराधियों ने खुद के अकाउंट में पैसा कराया ट्रांसफर
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Ghaziabad Shocker: कुछ दिनों में रिटायर्ड अधिकारियों को डिजिटल अरेस्ट करके उनके साथ लाखों , करोड़ों रूपए की ठगी के मामले सामने आएं है. अब ऐसे में गाजियाबाद के सुंधरा सेक्टर 1 के रहनेवाले रिटायर्ड अधिकारी प्रीतम सिंह चौहान को ठगा गया है.

जानकारी के मुताबिक़ एफसीआई अधिकारी पर साइबर अपराधियों ने मानव तस्करी का मामला दर्ज होने की बात कहकर 60 लाख रूपए की ठगी की. पीड़ित अधिकारी को आरोपियों ने दिल्ली साइबर क्राइम के नाम से फ़ोन किया था. बताया जा रहा है की पीड़ित को करीब 7 दिनों तक डिजिटल अरेस्ट रखा गया था. ये भी पढ़े:Cyber Frauds: आगरा के ‘डिजिटल अरेस्ट’ केस के बाद हरकत में आया दूरसंचार विभाग, फ्रॉड कॉल्स को रोकने के लिए शुरू की नई प्रणाली

पीड़ित चौहान के मुताबिक़ उन्हें 10 अक्टूबर को वाट्सएप कॉल आया था. कॉल करनेवाले ने उन्हें दिल्ली क्राइम ब्रांच से बोल रहा है, ऐसी जानकारी दी. इसके बाद कॉल करनेवाले आरोपी ने उन्हें वीडियो कॉल पर लिया और धमकाते हुए उन्हें बताया की एचडीएफसी बैंक में उनके नाम से अकाउंट खोला गया है. जिसमें मैनेजर ने 17 बच्चों की मानव तस्करी का 68 करोड़ रुपये की मनी लॉड्रिंग का 10 परसेंट पैसा यानी 68 लाख रूपए उनके अकाउंट में  ट्रांसफर किए है.

इसके बाद उन्हें डराते हुए कहा गया की ,' उन्हें गिरफ्तारी से बचने के लिए उनकी जांच करनी होगी.इसके लिए उन्हें जमानत के पैसे देने होंगे. जिससे की उनकी जांच जल्द पूरी हो और वे इस मामले से बरी हो जाएं. पीड़ित को डरा धमकाकर 10 अक्टूबर से लेकर 16 अक्टूबर तक डिजिटल अरेस्ट रखकर पीड़ित से 60 लाख रुपए ट्रांसफर करा लिए गए.

इसके बाद और पैसे वसूलने के लिए पीड़ित को 50 लाख रूपए का नोटिस हाईकोर्ट के नाम से भेजा गया. इसके बाद पीड़ित को शक हुआ तो वे साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत लेकर पहुंचे. इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.