सरकार का ट्रेनों में फ्लैक्सी किराया (Flexi Fare) योजना को समाप्त करने का कोई प्रस्ताव नहीं है. रेल मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि फ्लैक्सी किराया योजना से अधिक राजस्व अर्जित हुआ है, साथ ही फ्लैक्सी किराया वाली गाड़ियों में यात्रियों की संख्या गैर फ्लैक्सी किराया अवधि की तुलना में बढ़ी है. उन्होंने यह भी बताया नौ सितंबर 2016 से राजधानी (Rajdhani), शताब्दी एवं दूरंतो गाड़ियों में फ्लैक्सी किराया की अवधारणा शुरू की गई. इसके बाद विभिन्न पक्षों से मिले फीडबैक के आधार पर फ्लैक्सी किराया योजना की समीक्षा के लिए एक समिति गठित की गई.
ट्रेनों में दिए जाने वाले भोजन को लेकर मिली शिकायतें
सरकार ने बताया कि रेलगाड़ियों में परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता के संबंध में कुछ शिकायतें मिली हैं और इनके समाधान के लिए समुचित कदम उठाए जा रहे हैं. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में शुक्रवार को यह जानकारी दी. यह भी पढ़ें- रेलवे रद्द टिकटों से कर रहा मोटी कमाई, RTI में हुआ खुलासा- 1536 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाये
उन्होंने बताया कि ट्रेनों में दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता संबंधी शिकायतों के हल के लिए रेलवे के और भारतीय रेलवे कैटरिंग एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) के पदाधिकारी नियमित रूप से और अचानक ही भोजन की जांच करते हैं.
भाषा इनपुट