पुलवामा आतंकी हमला: मध्य प्रदेश पुलिस ने शहीदों के परिजनों के लिए जुटाए साढ़े सात करोड़ रुपए, CM कमलनाथ को चेक सौंपा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ (Photo Credit: IANS)

भोपाल: जम्मू-कश्मीर (Jammu & Kashmir) के पुलवामा में हुए आतंकी हमले (Pulwama Terror Attack) को लेकर देशभर में गुस्से का माहौल बना हुआ है. बता दें कि बीते 14 फरवरी को जहां लोग वैलेंटाइन डे (Valentine's Day) का जश्न मना रहे थे, वहीं पुलवामा (Pulwama) में आतंकी (terrorists) अपने नापाक मंसबूों को अंजाम देने की फिराक में बैठे थे. आतंकियों ने सीआरपीएफ के जवानों (CRPF Jawans) को उस वक्त अपना निशाना बनाया जब उनका काफिला पुलवामा के अवंतिपुरा से गुजर रहा था. इस आतंकी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे.

पुलवामा आतंकी हमले को लेकर एक ओर जहां देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ जन आक्रोश भड़क उठा है, तो वहीं दूसरी तरफ शहीदों के परिवार वालों की मदद के लिए सैकड़ों हाथ भी आगे बढ़े हैं. हर कोई शहीदों के परिवार वालों की मदद के लिए अपना कुछ न कुछ योगदान दे रहा है. इसी कड़ी में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) पुलिस बल (Police Force) ने पुलवामा में शहीद हुए जवानों के परिवार वालों की आर्थिक सहायता के लिए साढ़े सात करोड़ रुपए इकठ्ठा किए हैं, जिसका चेक पुलिस महानिदेशक वी.के. सिंह ने गुरुवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ (CM Kamalnath) के हाथों में सौंपा.

आधिकारिक तौर पर प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों के परिवारों की सहायता के लिए राज्य पुलिस की ओर से पुलिस महानिदेशक वी.के. सिंह ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को साढ़े सात करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता का चेक सौंपा है. मुख्यमंत्री को सौंपी गई इस राशि में राज्य पुलिस के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपने वेतन में से अंशदान दिया है. यह भी पढ़ें: पुलवामा आतंकी हमला: शहीदों के परिवार वालों की मदद के लिए इस युवक ने की अनोखी पहल, 6 दिन में ऐसे जमा किए 6 करोड़ रुपए

बता दें कि 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले में 40 जवान शहीद हुए थे, इसके ठीक एक दिन बाद नियंत्रण रेखा के पास आईईडी (IED) को डिफ्यूज करते समय मेजर चित्रेश सिंह बिष्ट (Major Chitresh Singh Bisht) शहीद हो गए और उसके बाद 18 फरवरी को पुलवामा में आतंकियों के साथ मुठभेड के दौरान मेजर विभूति शंकर ढौंडियाल समेत 4 जवान शहीद हो गए थे.

(आईएएनएस इनपुट के साथ)