![करतारपुर कॉरिडोर: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान को दिया जवाब, कहा- 20 डॉलर की फीस मंजूर नहीं करतारपुर कॉरिडोर: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान को दिया जवाब, कहा- 20 डॉलर की फीस मंजूर नहीं](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2019/09/Captain-Amrinder-Singh-380x214.jpg)
गुरदासपुर. भारतीय सिख तीर्थयात्रियों के लिए अच्छी खबर सामने आ रही है. करतारपुर गलियारा ( Kartarpur Corridor) पूरा करने काम तेजी से चल रहा है. इसी कड़ी में पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह (Punjab Chief Minister Amarinder Singh) आज मौके पर पहुंचे और निर्माण कामों का जायजा लिया. जिसके बाद करतारपुर कॉरिडोर को लेकर अमरिंदर सिंह ने कहा कि हम काम से संतुष्ट हैं.
बता दें कि अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) आज गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक (Dera Baba Nanak) गांव पहुंचे और कॉरिडोर के निर्माण कामों की समीक्षा की. इस दौरान वहां काम कर रहे लोगों सहित इंजीनियरों से बात की और काम की प्रोग्रेस रिपोर्ट लेकर जल्द से जल्द निर्माण पूरा करने के लिए कहा.
करतारपुर कॉरिडोर को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा-हम काम से संतुष्ट-
Punjab CM on construction work of Kartarpur Corridor:We are satisfied with the work,will meet 30th October deadline. We have informed the Govt of India that we will not accept Pakistan's decision to charge pilgrims USD20 as service charge for visiting Kartarpur Sahib Gurudwara pic.twitter.com/zunLnma8wv
— ANI (@ANI) September 19, 2019
कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) ने आगे कहा कि काम 30 अक्टूबर 2019 पूरा हो जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि हमने भारत सरकार (Indian Government) को सूचित किया है कि हम पाकिस्तान (Pakistan) के तीर्थयात्रियों से 20 डॉलर सेवा शुल्क के रूप में लेने के निर्णय को नहीं स्वीकार करेंगे. यह भी पढ़े-करतारपुर कॉरिडोर 9 नवंबर से भारतीय सिख श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा: पाकिस्तानी अधिकारी
गौरतलब है कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान (Pakistan) भारतीय सीमा से करतारपुर में गुरुद्वारा दरबार साहिब तक कॉरिडोर का निर्माण कर रहा है, जबकि गुरदासपुर (Gurdaspur) में डेरा बाबा नानक (Dera Baba Nanak) से सीमा तक के हिस्से का निर्माण भारत सरकार (Indian Govt) कर रही है. इस कॉरिडोर को गुरु नानक देव (Guru Nanak Dev) की 550 वीं जयंती पर नवंबर महीने में खोला जाना है.