नई दिल्ली, 7 जनवरी. भारत में कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) का प्रकोप पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है. हालांकि अच्छी खबर यह है कि देश में दो कोविड वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की हरी झंडी दी गई है. कोरोना के कारण आर्थिक मोर्चे पर देश को काफी नुकसान हुआ है. यही कारण है को केंद्र ने कई योजनाओं की घोषणा पहले ही की थी. इसी कड़ी में एमएसएमई (MSME) के राष्ट्रीय कॉन्कलेव में बात करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला के एक बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि एमएसएमई सेक्टर में 7 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार मिला है.
MSME के राष्ट्रीय कॉन्कलेव में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा कि आज इसकी एक संस्था दुनिया की अकाउंटिंग संस्था के रूप में है. इस संस्था ने भारतीय अर्थव्यवस्था को सशक्त और मजबूत बनाने के लिए समय-समय पर बहुत काम किए हैं. इससे पहले केंद्र ने एमएसएमई को 20 हजार करोड़ लोन के प्रस्ताव को 1 जून 2020 को मंजूरी दी थी. तब इस फैसले की जानकारी केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दी थी. यह भी पढ़ें-Modi Cabinet Decisions: अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए कई अहम फैसले, MSME को 20 हजार करोड़ लोन के प्रस्ताव को मंजूरी
ANI का ट्वीट-
आज इसकी एक संस्था दुनिया की अकाउंटिंग संस्था के रूप में है। इस संस्था ने भारतीय अर्थव्यवस्था को सशक्त और मजबूत बनाने के लिए समय-समय पर बहुत काम किए हैं: MSME के राष्ट्रीय कॉन्कलेव में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला pic.twitter.com/mkccI2TBS2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 7, 2021
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि एमएसएमई सेक्टर हमारे देश की अर्थव्यवस्था का सबसे मजबूत स्तंभ है. पूरे देश में MSME सेक्टर की 3.2 करोड़ से ज़्यादा इकाईयां काम कर रही हैं जिसमें 7 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार मिला है. इसमें उत्पादन का करीब 45 फीसदी हिस्सा आता है. MSME सेक्टर से 40 प्रतिशत से अधिक निर्यात होता है.