कश्मीर (Kashmir) में हिंसा के राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के बयान पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satyapal Malik) ने कहा, ‘राहुल गांधी कश्मीर के हालात के बारे में फर्जी खबरों (Fake News) पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं जो संभवत: सीमापार से प्रसारित की गई हैं. हालात शांतिपूर्ण हैं और नहीं के बराबर घटनाएं हुई हैं.’ राज्यपाल मलिक ने कहा कि राहुल गांधी विभिन्न भारतीय टीवी चैनलों को देखकर खुद पता लगा सकते हैं जिन्होंने कश्मीर घाटी के सही हालात बयां किए हैं. इसके अलावा राज्यपाल मलिक ने जम्मू और कश्मीर का दौरा करने के लिए पूर्व शर्तें लगाने के लिए मंगलवार को कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी की आलोचना की और आरोप लगाया कि राहुल गांधी विपक्षी नेताओं का प्रतिनिधिमंडल लाने की बात कर के अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं.
कश्मीर में हिंसा की खबरों संबंधी गांधी के बयान पर राज्यपाल मलिक ने सोमवार को कहा था कि वह राहुल गांधी को घाटी का दौरा करने और जमीनी हकीकत जानने के लिए एक विमान भेजेंगे. राज्यपाल मलिक के बयान के अनुसार, राहुल गांधी ने यात्रा के लिए कई शर्तें रखी थीं जिनमें हिरासत में बंद मुख्यधारा के नेताओं से मुलाकात भी शामिल है. राज्यपाल मलिक ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस नेता को कभी भी इतनी पूर्व शर्तों के साथ आमंत्रित नहीं किया था. उन्होंने आगे मामले के अध्ययन के लिए इसे स्थानीय पुलिस और प्रशासन को भेजा है. यह भी पढ़ें- राहुल गांधी ने राज्यपाल मलिक के सवाल पर दिया जवाब, कहा- 'विमान नहीं, बस लोगों से मिलने की दें छूट'
J&K Governor's office: Rahul Gandhi is politicizing the matter by seeking to bring a delegation of opposition leaders to create further unrest & problems for the common people. He has put forth many conditions for visiting J&K, including meeting mainstream leaders under detention https://t.co/tsw07yltiD
— ANI (@ANI) August 13, 2019
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बयान में कहा, ‘राहुल गांधी और अशांति फैलाने और आम आदमी के लिए समस्याएं पैदा करने के लिए विपक्षी नेताओं के प्रतिनिधिमंडल को लाने की मांग कर के मामले का राजनीतिकरण कर रहे हैं.’ राहुल गांधी ने मंगलवार को राज्यपाल मलिक के राज्य का दौरा करने के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया था लेकिन कहा था कि उन्हें विमान की जरूरत नहीं है और वह तथा अन्य विपक्षी नेता भी यात्रा करेंगे. कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर के राज्यपाल मलिक से अनुरोध किया था कि उन्हें लोगों और जवानों से मिलने की आजादी दी जाए.
भाषा इनपुट