Haryana Exit Poll Results 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024! एग्जिट पोल के नतीजे कब और कहां देख सकते हैं?
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Haryana Assembly Election Exit Poll Results 2024: हरियाणा की 90 सीटों पर 5 अक्टूबर को एक ही चरण में मतदान हो रहा है. इस चुनाव के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर के तीन चरणों में हो रहे चुनावों के नतीजे भी 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे. मतगणना से पहले, सभी की निगाहें विभिन्न पोल एजेंसियों द्वारा जारी किए जाने वाले एग्जिट पोल के नतीजों पर होंगी, जो हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के चुनावी रुझान दिखाएंगे.

हरियाणा एग्जिट पोल के नतीजे कब आएंगे?

चुनाव आयोग के निर्देशानुसार, हरियाणा में मतदान खत्म होने के बाद ही एग्जिट पोल के नतीजे जारी किए जा सकेंगे. आयोग ने स्पष्ट किया है कि 5 अक्टूबर, शनिवार को शाम 6 बजे से पहले किसी भी मीडिया माध्यम पर एग्जिट पोल के अनुमान जारी नहीं किए जा सकते. इस प्रकार, एग्जिट पोल की भविष्यवाणियां 6 बजे के बाद ही जारी होंगी.

कहां देख सकते हैं हरियाणा एग्जिट पोल के नतीजे?

हरियाणा विधानसभा चुनाव के एग्जिट पोल के नतीजे कई न्यूज चैनलों जैसे Network18, Aaj Tak, ABP News, Republic Bharat और ऑनलाइन पोर्टल Latestly पर देखे जा सकेंगे. इसके अलावा, ताजातरीन जानकारी के लिए आप Latestly Hindi के लाइव ब्लॉग को भी फॉलो कर सकते हैं.

Aaj Tak पर एग्जिट पोल के नतीजे- Youtube.com/watch?v=qG3gHJVU_VQ

News 18 पर एग्जिट पोल के रिजल्ट- Youtube.com/watch?v=s5vroolHhRk

Republic Bharat पर एग्जिट पोल के परिणाम- Youtube.com/watch?v=ZwD3-hUQ3rk

ABP News पर एग्जिट पोल के नतीजे- Youtube.com/watch?v=3urSw8Rr1y0

चुनाव आयोग के दिशानिर्देश

चुनाव आयोग ने एग्जिट पोल के नतीजों के प्रसारण पर सख्त दिशानिर्देश जारी किए हैं। अगर कोई मीडिया माध्यम या व्यक्ति इन दिशानिर्देशों का उल्लंघन करता है, तो उस पर जुर्माना या कारावास जैसी कानूनी कार्रवाई की जा सकती है.

EC के अनुसार, यह प्रतिबंध सभी प्रकार के मीडिया पर लागू होता है, जिनमें अखबार, टीवी, रेडियो, ऑनलाइन पोर्टल और सोशल मीडिया जैसे WhatsApp, Facebook, Instagram आदि शामिल हैं. इसके अलावा, राजनीतिक दलों और चुनावी गतिविधियों में लगे किसी भी व्यक्ति पर यह निर्देश लागू होते हैं.

निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने का प्रयास

चुनाव आयोग का यह कदम चुनाव प्रक्रिया की अखंडता बनाए रखने और मतदाताओं को किसी भी प्रकार के पूर्वानुमान या चुनावी विश्लेषण से प्रभावित हुए बिना अपने निर्णय लेने के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से है. इसका मकसद एक निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनावी माहौल तैयार करना है ताकि मतदाता स्वतंत्र रूप से अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें.