Mayawati On Haryana Elections: बहुजन समाज पार्टी (BSP) की अध्यक्ष मायावती ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि BSP-IND alliance को जाट समुदाय से पर्याप्त वोट नहीं मिले. जाट समुदाय ने जातिवाद मानसिकता के कारण BSP के उम्मीदवारों को वोट नहीं दिया. इसके विपरीत, BSP के दलित वोट पूरी तरह से INLD उम्मीदवारों को गए. चौटाला परिवार के भीतर के झगड़ों के कारण जाट समुदाय के वोट भाजपा को मिल गए. मायावती ने आगे कहा कि हरियाणा एक कृषि प्रधान राज्य है. यहां के किसान और जाट समुदाय, बीजेपी सरकार की एंटी-फार्मर नीतियों से खुश नहीं हैं. यही कारण है कि जाट समुदाय के अधिकांश वोट कांग्रेस को गए.
उन्होंने कहा कि हरियाणा में जाट समुदाय की जातिवाद मानसिकता में बदलाव नहीं आया है, जबकि उत्तर प्रदेश में BSP ने इस मानसिकता को काफी हद तक बदलने का प्रयास किया है.
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'जातिवादी मानसिकता वाले जाट बसपा की हार के लिए जिम्मेदार'
#WATCH | Delhi: On #HaryanaElections, BSP chief Mayawati says, "...BSP-INLD alliance did not get the votes of this (Jat) community, except on a few seats. Due to their casteist mindset, Jat community did not vote for BSP candidates at all. Whereas, BSP's Dalit base vote… pic.twitter.com/eVcsb4qqm4
— ANI (@ANI) October 9, 2024
इस चुनावी विश्लेषण से स्पष्ट होता है कि जाट और गैर-जाट समुदाय के बीच वोटों का बंटवारा BSP के लिए नुकसानदायक रहा. गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा विधानसभा चुनाव में भी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) जीरो पर आउट हुई है. ऐसे में मायावती ने उम्मीद जताई कि भविष्य में दलितों के प्रति जाट समुदाय की सोच में परिवर्तन आएगा, लेकिन इसके लिए प्रयासों की आवश्यकता है.