Devendra Fadnavis On Governor: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के ‘तो मुंबई में पैसा ही नहीं बचेगा’ वाले बयान पर विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है. एकनाथ शिंदे सरकार उनके बयान से पहले ही किनारा कर चुकी है. वहीं अब उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Governor Bhagat Singh Koshyari) के बयान से पल्ला झाड़ते नजर आए. Maharashtra: Governor कोश्यारी के बयान से CM शिंदे ने झाड़ा अपना पल्ला, कहा- 'उन्हें संविधान की नैतिकता के तहत बोलना चाहिए'
रविवार को उन्होंने कहा कि "मैं राज्यपाल के बयान से सहमत नहीं हूं. मराठी लोगों ने महाराष्ट्र के विकास की प्रक्रिया में योगदान दिया है. इस विकास यात्रा में कई अन्य लोग शामिल हैं, लेकिन मराठी लोगों का महत्व कम नहीं हो सकता.
राज्यपाल कोश्यारी के विवादित बयान पर महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने कहा "राज्यपाल के अपने निजी विचार हैं, लेकिन हम उनके बयानों का समर्थन नहीं करेंगे. राज्यपाल का पद एक संवैधानिक पद है. उन्हें संविधान की नैतिकता के तहत बोलना चाहिए. हम मुंबई के लिए मुंबईकर और मराठी लोगों के योगदान को कभी नहीं भूलेंगे."
I don't agree with Governor's statement. Marathi people have contributed to process of development of Maharashtra. Many other people involved in this development journey but importance of Marathi people cannot diminish: Maharashtra Dy CM D. Fadnavis, on Gov Koshyari's statement pic.twitter.com/Ikso7C1hqe
— ANI (@ANI) July 31, 2022
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अब राज्यपाल से उनके बयान के लिए माफी की मांग की है. साथ ही कहा है कि अब तय करने का समय आ गया है कि वो (राज्यपाल) जेल जाएंगे या राज्य से वापस जाएंगे. शिवसेना (Shivsena) ने राज्यपाल के बयान को महाराष्ट्र और शिवाजी का अपमान करार दिया है. राज्यपाल ने एक कार्यक्रम में कहा था कि मुंबई और ठाणे से अगर गुजरातियों और राजस्थानियों को निकाल दिया जाए तो महाराष्ट्र में पैसा नहीं बचेगा और मुंबई भी आर्थिक राजधानी नहीं कहलाएगी.