महाराष्ट्र: राज्यपाल कोश्यारी के विवादित बयान पर महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने कहा "राज्यपाल के अपने निजी विचार हैं, लेकिन हम उनके बयानों का समर्थन नहीं करेंगे. राज्यपाल का पद एक संवैधानिक पद है. उन्हें संविधान की नैतिकता के तहत बोलना चाहिए. हम मुंबई के लिए मुंबईकर और मराठी लोगों के योगदान को कभी नहीं भूलेंगे."
शिवसेना (Shivsena) ने राज्यपाल के बयान को महाराष्ट्र और शिवाजी का अपमान करार दिया है. राज्यपाल ने एक कार्यक्रम में कहा था कि मुंबई और ठाणे से अगर गुजरातियों और राजस्थानियों को निकाल दिया जाए तो महाराष्ट्र में पैसा नहीं बचेगा और मुंबई भी आर्थिक राजधानी नहीं कहलाएगी.
कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने भी कहा है कि राज्य के राज्यपाल उसी राज्य के लोगों को बदनाम कर रहे हैं. उनके रहते राज्यपाल की संस्था का स्तर और महाराष्ट्र की राजनीतिक परंपरा का पतन हुआ है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक अमोल मितकारी ने भी राज्यपाल के बयान पर आपत्ति जताई है.
Governor has his own personal views but we won't support his statements. Governor's post is a constitutional post. He must speak under the ethics of the constitution. We will never forget Mumbaikar's & Marathi people's contribution to Mumbai: Maha CM Eknath Shinde on Guv Koshyari pic.twitter.com/4Dk47dfggJ
— ANI (@ANI) July 30, 2022
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