नई दिल्ली:- केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों (New Farm Laws) के विरोध में दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन (Farmer Protest) को कई पॉलिटिकल दलों का समर्थन मिल गया है. जिन्होंने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. एक तरफ जहां कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसानों के समर्थन में गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में जाकर प्रेसिडेंट रामनाथ कोविंद को किसानों के हस्ताक्षर वाला ज्ञापन सौंपा. वहीं, शुक्रवार को आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद के सेंट्रल हॉल में पहुंचने पर राज्यसभा सांसद संजय सिंह और लोकसभा सांसद भगवंत मान ने पीएम के खिलाफ नारा लगाया और नए कृषि कानून को वापस लेने की मांग की. इस दौरान उनके पास के तख्ती थी जिसपर लिखा था काला कानून वापस लो.
वहीं, राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ट्वीट कर के कहा, बहरे कानो को सुनाने के लिये तानाशाह सरकार को जगाने के लिये संसद में प्रधानमंत्री के सामने किसानो के हक़ में हंगामा किसान विरोधी काला क़ानून वापस लो अन्नदाताओं को आतंकवादी कहना बंद करो. किसान आंदोलन के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी मोदी सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है. बता दें कि पहले दिन से किसानों सीएम केजरीवाल ने खुलकर समर्थन किया था और उन्होंने उनकी मांगों को जायज बताया था. Delhi Jal Board Office Vandalised: आप और बीजेपी में आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू.
सांसद संजय सिंह का ट्वीट:-
बहरे कानो को सुनाने के लिये तानाशाह सरकार को जगाने के लिये संसद में प्रधानमंत्री के सामने किसानो के हक़ में हंगामा “किसान विरोधी काला क़ानून वापस लो” अन्नदाताओं को आतंकवादी कहना बंद करो। pic.twitter.com/X8MF2pxnad
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) December 25, 2020
गौरतलब हो कि इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को विधानसभा में तीन केंद्रीय कृषि कानूनों की प्रतियां फाड़ दिया था. इन तीनों कानूनों को केंद्र सरकार द्वारा संसद में पारित कराया जा चुका है. केजरीवाल ने केंद्रीय कृषि कानूनों का विरोध किया और कहा था, देश के किसानों की मांगों के साथ आम आदमी पार्टी मजबूती के साथ खड़ी है. किसान विरोधी काले कानूनों के खिलाफ दिल्ली विधानसभा खड़ी है.