नई दिल्ली. भारत में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. कोविड-19 से निपटने के लिए केंद्र सहित राज्य सरकारें अपने स्तर पर काम कर रही है. कोरोना के मद्देनजर 14 अप्रैल तक लॉकडाउन का ऐलान किया गया है. इसी बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Congress Leader Rahul Gandhi) ने सोमवार को कहा कि कोरोना संकट देश में धर्म, जाति और वर्ग आधारित मतभेदों को भुलाकर एकजुट होने का मौका है. उन्होंने यह भी कहा कि देश एकजुट होकर इस महामारी को पराजित करेगा. राहुल ने दो बच्चों की दिल को छू लेने वाली तस्वीर को साझा किया जिसमे एक कृष्ण (हिंदू) के रूप में कपड़े पहने और दूसरे ने सिर पर टोपी पहने एक मुस्लिम लड़का नजर आ रहा है. यह तस्वीर भारत की एकता को दिखाती है. पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि करुणा, सहानुभूति और आत्म बलिदान देश में कोरोना की लड़ाई में जरूरी है.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि कोरोना संकट भारत के लिए एक ऐसा मौका है जिसमें लोग अपने धर्म, जाति एवं वर्ग के मतभेदों को पीछे छोड़कर एकजुट हों और इस खतरनाक वायरस को पराजित करें.उन्होंने कहा कि करुणा, संवेदना और त्याग इस सोच की बुनियाद हैं. हम साथ मिलकर इस लड़ाई को जीतेंगे. यह भी पढ़े-कोरोना सकंट से भारत की अर्थव्यवस्था को बचाने के लिए मोदी कैबिनेट का बड़ा फैसला, MP फंड 2 साल के लिए स्थगित; सांसद लेंगे कम वेतन
राहुल गांधी का ट्वीट-
The #Coronavirus is an opportunity for India to unite as one people, putting aside differences of religion, caste & class; to forge one common purpose: the defeat of this deadly virus. Compassion, empathy& self sacrifice are central to this idea. Together we will win this battle. pic.twitter.com/rVmJg6tan2
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 6, 2020
वही कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र सरकार से एक बार फिर आग्रह किया कि कोरोना की व्यापक स्तर पर जांच की जाए. उन्होंने ट्वीट किया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने का एकमात्र रास्ता ज्यादा से ज्यादा जांच है. तभी हम संक्रमित व्यक्ति का उपचार कर सकते हैं.
(भाषा इनपुट के साथ)