नागपुर, महाराष्ट्र: नागपुर में आयोजित कांग्रेस की संविधान बचाओ सम्मेलन में लाल किताब बांटी गई थी. जो पूरी तरह से कोरी थी. ऐसा आरोप बीजेपी ने लगाया है . इसके साथ ही राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मुद्दे पर राहुल गांधी पर निशाना साधा है. दरअसल नागपुर के कार्यक्रम में लोगों को किताब बांटी गई थी, बीजेपी ने आरोप लगाया है की ये किताब कोरी है और इसके अंदर कुछ भी नहीं लिखा है.
इसको लेकर सोशल मीडिया में काफी हलचल है. बीजेपी के ट्विटर हैंडल से इसे शेयर किया गया है और लिखा है की ,'संविधान सिर्फ बहाना है,लाल पुस्तक को बढ़ाना है, मोहब्बत के नाम पर, सिर्फ नफरत फैलाना है. ये भी पढ़े:BJP Attack on Rahul Gandhi: ‘हम उन्हें अदालत में घसीटेंगे’, सिखों पर राहुल गांधी की टिप्पणी से भड़की बीजेपी
बीजेपी ने राहुल गांधी के हाथ की किताब को संविधान नहीं बताया लाल किताब
संविधान सिर्फ बहाना है
लाल पुस्तक को बढ़ाना है
मोहब्बत के नाम पर
सिर्फ नफरत फैलाना है...
काँग्रेसला भारताचे संविधान असेच कोरे करायचे आहे.
डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकरांनी लिहिलेले सर्व कायदे अनुच्छेद वगळून टाकायचे आहेत. म्हणूनच तर राहुल गांधींनी मध्यंतरी आरक्षण रद्द करणार ही… pic.twitter.com/C94Wa3CZee
— भाजपा महाराष्ट्र (@BJP4Maharashtra) November 6, 2024
🕦 11.40am | 7-11-2024📍Nagpur.
LIVE | Media interaction#Maharashtra #Nagpur https://t.co/rGJnGaG5Fz
— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) November 7, 2024
आगे लिखा गया है की ,' कांग्रेस को भारत का संविधान ऐसे कोरा करना है. डॉक्टर बाबासाहेब आंबेडकर के द्वारा लिखे हुए सभी कानून और अनुच्छेद निकालने है. इसलिए राहुल गांधी ने कुछ दिन पहले आरक्षण रद्द करने की भविष्यवाणी की थी. इसके बाद राहुल गांधी को टैग करते हुए लिखा ,' ध्यान रखे , डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर और उनका संविधान चुनाव का मुद्दा नहीं है, ये भारत के और भारतीयों के जीने का आधार स्तम्भ है. जिसके बाद अब संविधान विरोधी कांग्रेस को जनता ही सबक सिखाएगी.
इसको लेकर राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा है की कल संविधान को लेकर उनकी अनास्था दिखाई दी. उन्होंने कहा की मैंने जो आरोप किए थे , वो सही साबित हुए. वो हाथ में लाल किताब लेकर संविधान का सम्मान करने के इच्छुक नहीं ,बल्कि वे अर्बन नक्सलियों, अलगाववादियों को एक तरह के संकेत देने के लिए और उनकी मदद पाने के लिए यह नाटक और नौटंकी उन्होंने की है.
हालांकि इसको लेकर लोगों ने बीजेपी को सोशल मीडिया पर जमकर लताड़ भी लगाई है. लोगों का कहना है की बीजेपी के लोगों को नोटपैड और संविधान में फर्क ही नहीं पता, नोटपैड लोगों को कार्यक्रम में बांटे गए थे. इसको लेकर लोग दो खेमे में बटते हुए नजर आएं.