बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020) के पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को होना है. इसलिए चुनाव प्रचार का आज अंतिम दिन है. चुनाव को लेकर अब सभी राजनीतिक दल मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए पूरा जोर लगाए हुए हैं. इसी कड़ी में आज कई बड़ी रैलियां होने वाली है. जीत के लिए हर दल के नेता इस वक्त बिहार की रण में कूदे हुए हैं. फिर चाहे एनडीए की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हों या महागठबंधन की ओर से राहुल गांधी. दोनों दल एक दूसरे पर जमकर हमला कर रहे हैं, और जनता को लुभाने के लिए कई वादे भी कर रह हैं. इसी कड़ी में सीएम नीतीश कुमार की आज कई रैलियां है. वहीं तेजस्वी यादव भी जनता के बीच पहुंचने वाले हैं.
बता दें कि बिहार में तीन चरणों में चुनाव कराए जा रहा है. जिसमें पहला चरण का चुनाव 28 अक्टूबर 2020 को होगा. पहले चरण के चुनाव में 16 जिलों की 71 सीटों पर मतदान होगा. जहां जनता तय करेगी नेताओं का भविष्य. बिहार के पहले चरण में होने वाले चुनाव की सीटों पर नजर डालें तो यहां पर आरजेडी का दबदबा है. पहले चरण में सबसे ज्यादा सीटें आरजेडी के पास हैं. इसके साथ ही यहां 13 सीटें आरक्षित हैं. जिसमें एनडीए को सेंध लगानी है. जबकि तेजस्वी यादव की कोशिश रहेगी कि यहां पर दबदबा बरकरार रहेगा. यह भी पढ़ें:- Times Now-CVoter ओपिनियन पोल: बिहार चुनाव में बीजेपी मारेगी बाजी, NDA के पास ही रहेगी सत्ता- तेजस्वी यादव और चिराग पासवान का प्लान फेल.
गौरतलब हो कि बिहार चुनाव में पहले चरण का मतदान भागलपुर, बांका, सासाराम, कैमूर, अरवल, जहानाबाद, औरंगाबाद, गया, नवादा मुंगेर, लखीसराय, शेखपुरा, पटना, भोजपुर, बक्सर और जमुई जिले की विधानसभा सीटों पर होनी है.
ANI का ट्वीट:-
Campaigning for the first phase of #BiharElections2020 will end today.
The State will vote in 3 phases on 28th October, 3rd and 7th November; results will be announced on 10th November.
(file pics) pic.twitter.com/YQNoYKEkdZ
— ANI (@ANI) October 26, 2020
क्या कहता है 2015 का रिजल्ट
बिहार में साल 2015 में राजद और जदयू ने मिलकर चुनाव लड़ा था. जिसके कारण बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को हार का सामना करना पड़ा था. तब राजद, जदयू, कांग्रेस महागठबंधन ने 178 सीटों पर बंपर जीत हासिल की थी. राजद को 80, जदयू को 71 और कांग्रेस को 27 सीटें मिलीं थीं. जबकि एनडीए को 58 सीटें हीं मिली. हालांकि लालू यादव की पार्टी राजद के साथ खटपट होने के बाद नीतीश कुमार ने महागठबंधन से अलग होकर बीजेपी के साथ सरकार चलाना शुरू किया. 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार एनडीए का चेहरा हैं.