पीएम नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के वार्ता में अनुच्छेद 370 नहीं होगा शामिल, इन मुद्दों पर होगी बातचीत
पीएम नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के बीच दूसरी अनौपचारिक शिखर बैठक के दौरान कश्मीर और संविधान के अनुच्छेद 370 को खत्म करने के मुद्दों पर कोई बातचीत नहीं होगी, क्योंकि ये मुद्दे भारतीय संविधान और भारत की संप्रभुता से जुड़े हुए हैं. सूत्रों ने यहां यह जानकारी दी.

राष्ट्रपति शी और प्रधानमंत्री मोदी अपनी दूसरी अनौपचारिक शिखर बैठक के लिए 11-12 अक्टूबर को तटीय नगर महाबलीपुरम में मिलने वाले हैं. सूत्रों ने स्पष्ट किया कि दोनों नेताओं के बीच कश्मीर और अनुच्छेद 370 के मुद्दों पर चर्चा नहीं होगी.

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उन्होंने कहा, "भारत ने (अनुच्छेद 370 पर) अपना रुख बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है कि यह भारतीय संविधान से संबंधित है, जो हमारी संप्रभुता का मामला है. तो इस पर चर्चा होने का सवाल ही नहीं उठता." सूत्रों ने कहा, "अगर राष्ट्रपति शी मामले को समझना चाहते हैं तो हम इसे समझाएंगे."

अनुच्छेद 370 हटाने के बाद लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाने और चीन द्वारा इस पर आपत्ति जताने के मुद्दे पर सूत्रों ने कहा कि यह कदम स्थानीय जनता द्वारा और विकास तथा अधिकार देने की मांग पर उठाया गया है. सूत्रों ने कहा कि चीन को भारत का रुख बता दिया गया है कि उसने बाहरी सीमा में कोई बदलाव नहीं किया है.

सूत्रों ने कहा कि इस समय पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का चीन दौरे पर होने से भारत को फर्क नहीं पड़ता है. सूत्रों ने कहा, "यह चीन और पाकिस्तान के बीच का मामला है, और हमें इससे कोई मतलब नहीं."

अनौपचारिक शिखर बैठक के लिए शी के भारत दौरे पर आने से पहले बीजिंग ने मंगलवार को कश्मीर पर नरम रुख अपनाते हुए कहा था कि यह मुद्दा भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत और विचार-विमर्श के माध्यम से सुलझाया जाना चाहिए. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जेंग शुआंग ने इमरान की वर्तमान यात्रा और वार्ता के दौरान कश्मीर मुद्दे पर चर्चा की संभावना के सवाल पर बीजिंग में कहा, "कश्मीर मुद्दे पर चीन का रुख स्पष्ट और वही है."