गीता प्रेस (Geeta Press) के अध्यक्ष और पत्रिका कल्याण के संपादक राधेश्याम खेमका (Radheshyam Khemka) का शनिवार को केदार घाट (Kedar Ghat) स्थित उनके आवास में निधन हो गया. 87 साल की उम्र में अंतिम सांस लेने वाले खेमका का हरिश्चंद्र घाट पर अंतिम संस्कार किया गया और उनके पुत्र राजा राम खेमका ने मुखाग्नि दी. बताया जा रहा है कि राधेश्याम खेमका बीते 15 दिनों से बीमार थे. उनके निधन पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prima Minister Narendra Modi) और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) ने शोक जताया है. पीएम मोदी और अमित शाह ने ट्वीट कर उनके निधन पर दुख जाहिर करते हुए उनके परिवार वालों से अपनी संवेदनाएं व्यक्त की हैं.
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर लिखा है- गीता प्रेस के अध्यक्ष और सनातन साहित्य को जन-जन तक पहुंचाने वाले राधेश्याम खेमका जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है. खेमका जी जीवनपर्यंत विभिन्न सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहे. शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं. ओम शांति!
पीएम मोदी ने जताया शोक
गीता प्रेस के अध्यक्ष और सनातन साहित्य को जन-जन तक पहुंचाने वाले राधेश्याम खेमका जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। खेमका जी जीवनपर्यंत विभिन्न सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहे। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!
— Narendra Modi (@narendramodi) April 4, 2021
उधर गृहमंत्री अमित शाह ने भी ट्वीट कर कहा है कि गीता प्रेस के अध्यक्ष श्री राधेश्याम खेमका जी के निधन से अत्यंत दुखी हूं. खेमका जी ने जीवनभर सनातन संस्कृति के संवाहक बनकर भारत की प्राचीन परंपरा को दुनियाभर में पहुंचाने का काम किया. मैं उनके परिजनों व शुभचिंतकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. ॐ शांति शांति शांति. यह भी पढ़ें: गीता प्रेस के अध्यक्ष राधेश्याम खेमका के निधन पर पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने जताया शोक
अमित शाह ने जताया शोक
गीता प्रेस के अध्यक्ष श्री राधेश्याम खेमका जी के निधन से अत्यंत दुःखी हूँ। खेमका जी ने जीवनभर सनातन संस्कृति के संवाहक बनकर भारत की प्राचीन परम्परा को दुनियाभर में पहुँचाने का काम किया। मैं उनके परिजनों व शुभचिंतकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूँ। ॐ शांति शांति शांति
— Amit Shah (@AmitShah) April 4, 2021
गौरतलब है कि राधेश्याम खेमका ने करीब 40 सालों से गीता प्रेस में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए कई धार्मिक पत्रिकाओं का संपादन किया था. खेमका जी वाराणसी के मारवाड़ी सेवा संघ, मुमुक्षु भवन, श्रीराम लक्ष्मी मारवाड़ी अस्पताल, बिड़ला अस्पताल, काशी गोशाला ट्रस्ट जैसे मशहूर संस्थाओं से जुड़े रहे. अस्वस्थ होने पर राधेश्याम खेमका का इलाज रविंद्रपुरी स्थित एक निजी अस्पताल में किया जा रहा था.