Petrol-Diesel Price: आम आदमी को लगातार पांचवे दिन लगा झटका, पेट्रोल और डीजल फिर से 35 पैसे प्रति लीटर हुआ मंहगा
पेट्रोल-डीजल के दाम (Photo Credits: Twitter)

नई दिल्ली: लगातार पांचवें दिन ईंधन की दरों में बढ़ोतरी के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतें देशभर में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं है. तेल कंपनियों ने आज (रविवार) पेट्रोल और डीजल दोनों के दाम 35-35 पैसे प्रति लीटर का इजाफा किया है. इस बढ़ोतरी के साथ मई 2020 की शुरुआत से यानी 18 महीने से कम समय में पेट्रोल 36.33 रुपये लीटर महंगा हो चुका है. इस दौरान डीजल कीमतों में 26.93 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है. पेट्रोल, डीजल पर कर से वैक्सीन, मुफ्त भोजन, अन्य योजनाओं का वित्त पोषण: केंद्र

देश के सभी प्रमुख शहरों में पेट्रोल शतक के पार जा चुका है. वहीं एक दर्जन से अधिक राज्यों में डीजल 100 रुपये प्रति लीटर से अधिक बिक रहा है. दिल्ली में पेट्रोल की कीमत आज रिकॉर्ड 107.59 रुपये प्रति लीटर और मुंबई में 113.46 रुपये प्रति लीटर हो गयी. आर्थिक राजधानी मुंबई में डीजल अब 104.38 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है जबकि दिल्ली में इसकी कीमत 96.32 रुपये प्रति लीटर हो गई है.  वहीं, आज कोलकाता में पेट्रोल 108.11 रुपये प्रति लीटर और डीजल 99.43 रुपये प्रति लीटर के भाव से बिक रहा है. जबकि चेन्नई में पेट्रोल 104.52 रुपये प्रति लीटर और डीजल 100.59 रुपये प्रति लीटर हो गया है.

उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल के दाम बढ़ रहे हैं जिसका असर यहां भी दिख रहा है. सरकार द्वारा पांच मई 2020 को उत्पाद शुल्क को रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ाने के बाद से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में तेजी से वृद्धि हो रही है. 18 और 19 अक्टूबर को दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया था जबकि उससे पहले लगातार चार दिन कीमतों में हर दिन 35 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गयी थी.

हाल ही में तेल मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले टैक्स की मदद से कोरोना महामारी के दौरान लाखों लोगों को मुफ्त कोविड-19 वैक्सीन दी गई, मुफ्त भोजन और रसोई गैस का इंतजाम किया गया तथा कई अन्य सरकारी योजनाओं के वित्त पोषण किया गया. पेट्रोल और डीजल की आसमान छूती कीमतों पर शुक्रवार को उन्होंने कहा कि इस तरह के उपकर को कम करने की मांग अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारने जैसी है. मंत्री ने कहा कि घरेलू दरें अंतरराष्ट्रीय तेल कीमतों से जुड़ी हुई हैं, जो कई कारणों से बढ़ी है, जिसे समझने की जरूरत है. वर्तमान में सरकार पेट्रोल पर 54 प्रतिशत और डीजल पर 48 प्रतिशत का टैक्स वसूल रही है.