नेशनल कान्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला पर कश्मीर के लिए अलग प्रधानमंत्री की कथित रूप से वकालत करने वाली उनकी टिप्पणी के बाद सियासी पारा फिर से चढ़ गया है. बीजेपी को बैठे बिठाए एक बड़ा मुद्दा हाथ लग गया है. इस बयान के बाद पीएम मोदी ने उमर अब्दुल्ला पर तंज कसते हुए हुआ कहा कि कांग्रेस और महागठबंधन की पार्टियों से जानना चाहा कि क्या वे नेशनल कान्फेंस क्या चाहती है. उन्होंने कहा इस मुद्दे पर सभी पार्टियों को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए.
खबरों की माने तो उमर अब्दुल्ला ने यह बयान बांदीपोरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए दिया था. उन्होंने कहा था कि भारत में जम्मू-कश्मीर का विलय कुछ करार के आधार पर किया गया था. अगर उसके साथ कोई 70 साल बाद, राज्य के विशेष दर्जे का विरोध करने वाली शक्तियां शर्तों से पीछे हटने की कोशिश कर रही हैं. वहीं उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट करते हुए कहा, प्रधानमंत्री जी, मेरे बयान को नेशनल प्लेटफॉर्म पर लाने के लिए शुक्रिया. मैं बता दूं कि हमें अपने रुख के लिए किसी अन्य दल का साथ नहीं चाहिए.
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PM Modi in Telangana says "Congress ke ek bade sahyogi dal, National Conference ne bayan diya hai ki Kashmir mein alag PM hona chahiye. Congress ko jawab dena hoga. Kya karan hai ki unka saathi dal is prakar ki baat bolne ki himmat kar raha hai." pic.twitter.com/S8BYKpaqrY
— ANI (@ANI) April 1, 2019
#WATCH Omar Abdullah in Bandipora says, "Baaki riyasat bina shart ke desh mein mile, par humne kaha ki humari apni pehchan hogi, apna constitution hoga. Humne uss waqt apne 'Sadar-e-Riyasat' aur 'Wazir-e-Azam' bhi rakha tha, Inshallah usko bhi hum wapas le aayenge." pic.twitter.com/mPPoELKT8G
— ANI (@ANI) April 1, 2019
उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि लेकिन हम अपने राज्य के दर्जे से छेड़छाड़ करने वाले किसी भी प्रयास का मुकाबला करेंगे. हम अपने विशेष दर्जे पर किसी और हमले की इजाजत नहीं देंगे. इसके विपरीत हम उसे फिर हासिल करने की कोशिश करेंगे जिसका उल्लंघन किया गया. हम अपने राज्य के लिये ‘सदर-ए-रियासत’ और प्रधानमंत्री पद फिर से हासिल करने के लिये प्रयास करेंगे.