राजधानी दिल्ली-एनसीआर में 1 सितंबर से ओला (Ola) और उबर (Uber) कंपनियों ऐप के माध्यम से गाड़ियों की सेवा देने वाले ड्राइवरों ने बेमियादी हड़ताल पर जाने की बात कही है. दरअसल ड्राइवरों की मांग है कि प्रति किलोमीटर के हिसाब से किराया बढ़ाया जाए. कंपनियों द्वारा कमीशन में कमी, EMI, और ई-चालान के रोलबैक का भुगतान करने की मांग की है. वहीं ड्राइवरों ने बेमियादी हड़ताल पर जाने की बात पर Ola या Uber की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. कोरोना काल के दौरान एक साथ बड़ी संख्या में टैक्सियों के सड़क से हट जाने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.
ओला-उबर ड्राइवरों का एक यूनियन सर्वोदय ड्राइवर्स एसोसिएशन ऑफ दिल्ली की तरफ से कहा गया है कि उनके साथ तकरीबन 2 हजार ड्राइवर हैं. सभी एक तारीख से हड़ताल पर चले जाएंगे. उन्होंने कहा है कि उनका हड़ताल तब तक जारी रहेगा, जब तक की उनकी मांग मान नहीं ली जाती है. यूनियन सर्वोदय ड्राइवर्स एसोसिएशन ने कहा है कि अधिकांश ड्राइवर ने गाड़ियां लोन पर ली है.
पीटीआई का ट्वीट:-
Drivers working with mobility platforms Ola and Uber threaten to go on strike in Delhi-NCR from September 1 in support of their various demands like fare hike and extension of moratorium on repayment of loans.
— Press Trust of India (@PTI_News) August 27, 2020
अध्यक्ष Kamaljeet Singh Gill ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा कि कोरोना वायरस के कारण जब लॉकडाउन लगाया गया तो उसके बाद से हमारी हालत खराब हो गई थी. लॉकडाउन के कारण अधिकांश लोग अभी भी घर से काम कर रहें हैं. घर से काम करने के कारण ग्राहकों की संख्या घटकर केवल 10% रह गई है. उन्होंने कहा कि रोज का टारगेट पूरा करने के लिए ड्राइवर्स काफी संघर्ष कर रहे हैं. बता दें कि दिल्ली में फिलहाल लॉकडाउन के कारण मेट्रो सेवा बंद है. अगर ओला और उबर के ड्राइवर हड़ताल पर जाते हैं तो लोगों दिक्कतें और भी बढ़ सकती हैं.