भोपाल, 15 मई : मध्य प्रदेश के सिवनी जिले में हुई मॉब लिंचिंग और खरगोन में सांप्रदायिक हिंसा के बाद प्रशासनिक मशीनरी पर गाज गिरी है. सिवनी के पुलिस अधीक्षक को हटा दिया गया है और जांच के लिए विशेष जांच दल गठित किया गया है तो वहीं खरगोन के कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक पर गाज गिरी. राज्य सरकार द्वारा शनिवार को लिए गए फैसलों में सिवनी के पुलिस अधीक्षक कुमार प्रतीक को हटा दिया गया है.
कुरई थाने में सभी को पूरे स्टॉफ को हटा दिया गया है. ज्ञात हो कि कुरई थाना क्षेत्र के सिमरिया में गौमांस के शक में दो आदिवासियों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले ने तूल पकड़ा तो पहले कांग्रेस और फिर भाजपा ने अपने अपने दल मौके पर भेजे. इसके बाद सरकार ने एसआईटी गठित की है. यह भी पढ़ें : केरल के पूर्व महाधिवक्ता सुधाकर प्रसाद का निधन, मुख्यमंत्री ने जताया शोक
वहीं दूसरी ओर पिछले दिनों खरगोन में हुई सांप्रदायिक हिंसा को लेकर कलेक्टर अनुग्रह पी और पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ चौधरी को हटा दिया गया है.