![Maharashtra: यवतमाल में पोलियो ड्रॉप की जगह बच्चों को सैनिटाइजर पिलाने का मामला, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया अक्षम्य गलती Maharashtra: यवतमाल में पोलियो ड्रॉप की जगह बच्चों को सैनिटाइजर पिलाने का मामला, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया अक्षम्य गलती](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2021/01/rajesh-tope-corona-380x214.jpg)
मुंबई: महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में रविवार को एक बड़ी लापरवाही देखी गई. जिले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पोलियो ड्रॉप्स (Polio Drops) की खुराक पिलाने की जगह पर बच्चो को सैनिटाइज़र (Sanitiser) पिला दिया गया. जिसकी वजह से बच्चों की तबियत बिगड़ने लगी. परिवार वालों ने आनन-फानन में अस्पताल लेकर पहुंचे. जिसके बाद उनकी जान बच सकी. वहीं इस घटना के बाद राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे (Health Minister Rajesh Tope) ने दुःख जताते हुए इसे अक्षम्य गलती बताया है.
मंत्री राजेश टोपे मंगलवार को मीडिया के बातचीत में कहा, महाराष्ट्र के यवतमाल में 12 बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स की जगह सैनिटाइज़र दी गई. संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की गई है. उनकी यह अक्षम्य गलती हैं. जो माफ़ करने लायक नहीं है. वहीं इस घटना को लेकर सीईओ श्रीकृष्ण पांचाल ने कहा कि यह एक बहुत बड़ी लापरवाही है. पोलियो वैक्सीन की बोतल पर वायरल मॉनिटर वाले स्क्वायर बने होते हैं. इनका विशेष रंग होता है. विशेष आकार होता है. ऐसे में यह लापरवाही कैसे हो गई, पोलियो ड्रॉप की जगह सैनिटाइजर कैसे पिला दिया गया, इसकी जांच होगी. यह भी पढ़े: महाराष्ट्र: पोलियो की खुराक की जगह बच्चों को पिलाया सैनिटाइजर, हालत स्थिर
It is an unforgivable mistake to give sanitiser instead of polio drops. Action has been taken against the concerned Anganwadi worker: Rajesh Tope, Maharashtra Health Minister on Yavatmal incident where 12 children were given sanitiser instead of Polio drops https://t.co/5gr2WgEDuq pic.twitter.com/bUH4752Zsg
— ANI (@ANI) February 2, 2021
यवतमाल कलेक्टर एम डी सिंह के अनुसार यह घटना रविवार को कापसीकोपरी गांव के भानबोरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई. जहां एक से पांच साल के बच्चों के लिए राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान चल रहा था. घटना की जांच पूरी कर ली गई है. सरकार को एक रिपोर्ट सौंपी जाएगी और राज्य स्तर पर उचित कार्रवाई की जाएगी. (इनपुट एजेंसी के साथ)