गढ़चिरौली: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली से एक बेहद ही हैरान कर देने वाला सामने आया है. यहां दो महिलाओं ने मिलकर अपने ही परिवार के पांच लोगों की हटा कर दी. आरोपी महिलाओं ने अपने परिवार के सदस्यों को जहर देकर मार डाला. आरोपी महिलाओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इन महिलाओं ने पांच लोगों की हत्या कैसे की वह जानकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएंगे. इस परिवार में 20 दिन के अंदर-अंदर एक 5 लोगों की मौत हो गई और तीन सदस्य तबीयत बिगड़ने के कारण अस्पताल में भर्ती हैं. सभी को एक जैसे लक्षण नजर आए थे. उनके शरीर में दर्द रहता था. होंठ काले पढ़ते जा रहे थे और बोलने में दिक्कत होती थी. जब सच सामने आया तो पुलिस के भी होश उड़ गए. सौतेली माँ बनी जान की दुश्मन, बेटे की हत्या कर शव सीवर टैंक में छुपाया.
जिले के अहेरी तहसील के महागाव में शंकर पीरू कुंभारे परिवार के साथ अपने परिवार के रहते थे. अचानक से शंकर अपने परिवार के चार अन्य सदस्यों के साथ बीमार हो गए. 20 सितंबर को शंकर और उसकी पत्नी विजया कुंभारे की तबीयत अचानक से बिगड़ गई.
पहले सास-ससुर को लगाया ठिकाने
दोनों को पहले अहेरी के अस्पताल में भर्ती कराया गया फिर चंद्रपुर रेफर कर दिया गया. जब यहां से भी दोनों की तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो उन्हें नागपुर में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. हालत में सुधार नहीं हुआ और 26 सितंबर को शंकर कुंभारे की मौत हो गई. इसके अगले ही दिन 27 सितंबर को पत्नी विजया ने दम तोड़ दिया.
नहीं रूका मौत का खेल
माता-पिता की मौत से विवाहित बेटी गहरे सदमे में थी. वह इस दुख से उभर ही पाती कि गडअहेरी में रहने वाली बेटी कोमल दहागांवकर और बेटे रोशन शंकर कुंभारे की तबीयत बिगड़ गई. साथ ही शंकर कुंभारे की साली आनंदा उर्फ वर्षा उराडे की तबीयत खराब हो गई. तीनों को इलाज के लिए अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया.
कोमल की 8 अक्टूबर को, आनंद (वर्षा उराडे) की 14 अक्टूबर को और रोशन कुंभारे की 15 अक्टूबर को मृत्यु हो गई." पुलिस ने कहा कि मृतक परिवार के सदस्यों के अलावा, उन्होंने कुंभारे के सबसे बड़े बेटे और ड्राइवर सहित अन्य तीन लोगों को जहर दे दिया, जो शंकर और विजया को इलाज के लिए अस्पताल ले गए. पुलिस ने कहा, "उनकी हालत अब स्थिर है."
कैसे खुला राज?
सभी मौतों और तीन लोगों के अस्पताल में एडमिट होने के बाद डॉक्टरों ने पाया कि सभी को एक जैसे लक्षण थे. लक्षणों के आधार पर डॉक्टरों ने प्रारंभिक अनुमान लगाया कि मरने वाले और अस्पताल में एडमिट किए गए लोगों को किसी तरह का जहर दिया गया है.
मौत के इस सिलसिले के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया और जांच शुरू की गई. "महाराष्ट्र और तेलंगाना के विभिन्न जिलों में पूछताछ करने के लिए तुरंत चार अलग-अलग जांच टीमों का गठन किया गया. विश्वसनीय सूत्रों ने बाद में जानकारी दी कि पुलिस ने शंकर कुंभारे की बहू संघमित्रा कुंभारे और साले की पत्नी रोजा रामटेके को हिरासत में लिया. पुलिस ने उनकी गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखी और 18 अक्टूबर, 2023 को उन्हें हिरासत में लिया. पूछताछ में दोनों ने इन मौतों के पीछे उनका हाथ होने की बात कुबूल की.
हत्या का मकसद
पूछे जाने पर सामने आया कि संघमित्रा ने माता-पिता की मर्जी के विरुद्ध जाकर शंकर के छोटे बेटे रोशन से शादी की थी. इसके कारण संघमित्रा के पिता ने सुसाइड कर लिया था. इस वजह से पति रोशन और ससुराल वाले उसे ताना मारते थे, जिसकी वजह से संघमित्रा ने बदला लेने का मन बना लिया था. वहीं, रोजा ने पुलिस को बताया कि उसके पति की बहन विजया अपनी बहनों के साथ मिलकर मेरे ससुर की जमीन पर कब्जा जताती थीं. इसी वजह से मैंने उनकी हत्या करने का प्लान बनाया.