कर्नाटक: क्वारेंटाइन किए गए 2 विदेशी नागरिकों पर लिफ्ट में थूकने का आरोप, CCTV फुटेज के आधार पर मामला दर्ज
क्वारेंटाइन किए गए 2 विदेशी नागरिकों पर लिफ्ट में थूकने का आरोप (Photo Credits: ANI)

मंगलुरु: कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए देश में जारी लॉकडाउन (Lockdown 2)  का दूसरा चरण चल रहा है. केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा लगातार लोगों से लॉकडाउन के दिशानिर्देशों और सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) का पालन करने की अपील की जा रही है. इसके साथ ही लोगों को सार्वजनिक जगहों पर न थूकने (No Spitting On Public Place) की हिदायत भी दी जा रही है, लेकिन लगता है कि कुछ लोगों को नियमों का उल्लंघन करने में बहुत मजा आता है. इसी कड़ी में कर्नाटक (Karnataka) के मंगलुरु (Mangaluru) स्थित कोडाइलबेल (Kodailbail) में दो विदेशी नागरिकों (Foreign Nationals) के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. बताया जा रहा है कि क्वारेंटाइन (Quarantine) किए गए दो विदेशी नागरिक कथित तौर पर अपने बिल्डिंग की लिफ्ट में थूकते हुए रंगे हाथों पकड़े गए. लिफ्ट में थूकने की यह घटना वहां मौजूद सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसके बाद दोनों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. इस घटना के बाद इन दोनों विदेशी नागरिकों के साथ उनके तीन रूम मेट को भी क्वारेंटाइन फैसिलिटी में भेज दिया गया है.

लिफ्ट में कथित तौर पर थूकने वाले दो विदेशी नागरिकों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 269 और 270 के तहत मामला दर्ज किया गया है. इस मामले की तफ्तीश कर रही पुलिस का कहना है कि जांच जारी है और सबूतों के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि इससे पहले जिले में गुरुवार को लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर एक बुजुर्ग के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.

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ज्ञात हो कि गृह मंत्रालय की ओर से जारी किए गए गाइडलाइन्स के अनुसार, सार्वजनिक जगहों पर थूकने पर बैन लगाया गया है. इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और जुर्माना भी वसूला जाएगा. यह भी पढ़ें: Coronavirus in India: देशभर में संक्रमितों की संख्या 14,378 हुई, अब तक 480 लोगों की मौत

गौरतलब है कि शनिवार को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 18 अप्रैल सुबह तक देशभर में कुल 14,378 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है. इनमें से 11,906 मामले सक्रिय बताए जा रहे हैं, जबकि 1991 मरीज इलाज के जरिए ठीक/डिस्चार्ज हो चुके हैं. वहीं अब तक इस महामारी से 480 लोग मौत के आगोश में समा चुके हैं.