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रंजन गोगोई आज लेंगे सुप्रीम कोर्ट के 46वें चीफ जस्टिस पद की शपथ, जानिए कौन है गोगोई

1954 में जन्मे गोगोई (Ranjan Gogoi)वर्ष 1978 में बार काउंसिल में शामिल हुए थे. इसके बाद, 28 फरवरी, 2001 को उन्हें गुवाहाटी हाईकोर्ट का स्थायी जज नियुक्त किया गया. फरवरी, 2011 में वह पंजाब व हरियाणा के हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बनाए गए। उन्हें पदोन्नति देकर अप्रैल, 2012 में सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया.

रंजन गोगोई आज लेंगे सुप्रीम कोर्ट के 46वें चीफ जस्टिस पद की शपथ, जानिए कौन है गोगोई

1954 में जन्मे गोगोई (Ranjan Gogoi)वर्ष 1978 में बार काउंसिल में शामिल हुए थे. इसके बाद, 28 फरवरी, 2001 को उन्हें गुवाहाटी हाईकोर्ट का स्थायी जज नियुक्त किया गया. फरवरी, 2011 में वह पंजाब व हरियाणा के हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बनाए गए। उन्हें पदोन्नति देकर अप्रैल, 2012 में सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया.

देश Subhash Yadav|
रंजन गोगोई आज लेंगे सुप्रीम कोर्ट के 46वें चीफ जस्टिस पद की शपथ, जानिए कौन है गोगोई
न्यायमूर्ति रंजन गोगोई (Photo Credit: IANS)

नई दिल्ली: जस्टिस रंजन गोगोई (Justice Ranjan Gogoi)आज देश के चीफ जस्टिस पद की शपथ लेंगे. इसी के साथ वो भारत के 46वें मुख्य न्यायाधीश बन जाएंगे. जस्टिस गोगोई का कार्यकाल 13 महीने का होगा. इसके साथ ही वो पूर्वोत्तर से इस पद पर नियुक्त होने वाले पहले चीफ जस्टिस बन जाएंगे. बता दें कि असम में नागरिकता रजिस्टर बनाने का फैसला जस्टिस गोगोई ने ही दिया था. जस्टिस गोगोई की छवि एक बेहद सख्त और ईमानदार जज की है. उनकी सख्त छवि उस वक्त और उभरकर सामने आई, जब उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस मार्कंडेय काटजू को अवमानना के एक मामले में कोर्ट में तलब कर लिया.

1954 में जन्मे गोगोई (Ranjan Gogoi)वर्ष 1978 में बार काउंसिल में शामिल हुए थे. इसके बाद, 28 फरवरी, 2001 को उन्हें गुवाहाटी हाईकोर्ट का स्थायी जज नियुक्त किया गया. फरवरी, 2011 में वह पंजाब व हरियाणा के हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बनाए गए. उन्हें पदोन्नति देकर अप्रैल, 2012 में सुप्रीम कोर्ट का जज नियुक्त किया गया. यह भी पढ़े-जानिए, कौन हैं न्यायमूर्ति रंजन गोगोई; 3 अक्टूबर को राष्ट्रपति कोविंद दिलाएंगे CJI पद की शपथ

जस्टिस काटजू ने केरल के सौम्या बलात्कार कांड में सुप्रीम कोर्ट के फैसले की बेहद तल्ख लहज़े में आलोचना की थी. इस मामले में दोषी गोविंदसामी को कोर्ट ने सिर्फ रेप का दोषी माना था. हत्या के आरोप से मुक्त कर दिया था. फैसले के बाद काटजू ने इसे देने वाले जजों की समझ पर सवाल उठाए थे.

जस्टिस गोगोई (Ranjan Gogoi) ने इसे अदालत की अवमानना की तरह लिया और काटजू को कोर्ट में पेश होने के लिए नोटिस जारी कर दिया. इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ, जब सुप्रीम कोर्ट का कोई पूर्व जज कोर्ट में इस तरह से पेश हुआ हो. हालांकि, बाद में वकीलों की दरख्वास्त पर जस्टिस गोगोई (Ranjan Gogoi) ने काटजू को चेतावनी देकर जाने दिया. यह भी पढ़े-सुप्रीम कोर्ट के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे जस्टिस रंजन गोगोई, 3 अक्टूबर को लेंगे शपथ

जानिए कौन हैं जस्टिस रंजन गोगोई?

बता दें कि जस्टिस गोगोई (Ranjan Gogoi) असम के पूर्व मुख्यमंत्री केशव चंद्र गोगोई के बेटे हैं, उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास की पढ़ाई की है. जस्टिस गोगोई साल 2001 में गुवाहाटी हाईकोर्ट के जज बने. साल 2011 में वो पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस भी रहे. साल 2012 में जस्टिस गोगोई को सुप्रीम कोर्ट का जज बनाया गया.

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